रामपुर :: रिश्तों की मर्यादा को शर्मसार कर पिता ने किया मासूम बेटी से है बलात्कार,आखिर वो वक्त आ ही गया है जब रिश्तों का कोई मोल नहीं रह गया है कुछ ऐसा ही मामला रामपुर के मिलक थाना क्षेत्र के ज्योहरा गांव से सामने आया है,जहाँ एक पिता ही अपनी बेटी की ज़िंदगी के लिए अभिशाप बन गया ,जहाँ एक पिता अपने बच्चो के लिए ऐसी ढाल बनकर खड़ा होता है जो अपनी ओलाद को हर दिक्कत परेशानी से बचाता है वही इस कलयुगी पिता ने खुद अपनी लाड़ली की इज़्ज़त को तार तार कर दिया। अब पीड़िता की माँ ने अपनी ममता के आँचल में बच्ची को समेट कर अपने सुहाग को उसके किये की सज़ा दिलाने की ठानते हुए अपने पति के खिलाफ तहरीर दे दी है ,जिसके बाद पुलिस ने भी आरोपी को हिरासत में ले लिया है। इस घटना में देखा जाये तो सबसे बड़ी परीक्षा उस माँ की है जिसकी बच्ची के साथ ये दुष्कर्म हुआ है और उसका दोषी खुद उसका सुहाग है।
मामला रामपुर के मिलक थाना क्षेत्र के ज्योहरा गांव का है जहां चंदन नाम के एक युवक ने अपनी 9 वर्षीय पुत्री के साथ बीती रात दुष्कर्म किया, घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पुलिस पहुंची और परिवार से पूछताछ की इस मामले में आरोपी की पत्नी ने अपने पति के खिलाफ तहरीर दी है। वहीं पीड़ित बच्ची को सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी पिता को हिरासत में ले लिया है।
इस संबंध में अरुण कुमार सिंह अपर पुलिस अधीक्षक रामपुर ने बताया अभी थोड़ी देर पहले बच्ची की मां ने पुलिस को तहरीर दी है कि उसकी 8-9 साल की बच्ची के साथ बच्ची के पिता ने ही रात्रि में दुष्कर्म किया है वह स्वयं मायके में थी, दो बच्चे कल ही एक बेटी एक बेटा यहां पति के पास छोड़ करके वापस मायके चली गई थी पड़ोसियों ने चीखने चिल्लाने की घटना पर मौके पर जाकर देखा पुलिस को सूचना दी मां की तहरीर पर अभियोग दर्ज कर लिया गया है पीड़िता का मेडिकल कराया जा रहा है विवेचना में जो भी साक्ष्य आएंगे उनके आधार पर जो अधिकारी हैं माननीय न्यायालय के समक्ष चार्जशीट पेश करेगें।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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