सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

कोरोना वायरस: भारत में एक दिन में सर्वाधिक 18,552 नए मामले सामने आए, संक्रमण के मामले हुए 5 लाख के पार

नयी दिल्ली, ::  भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के एक दिन में सर्वाधिक 18,552 नए मामले सामने के बाद शनिवार को संक्रमित लोगों की कुल संख्या पांच लाख से अधिक हो गई तथा 384 और लोगों की मौत हो जाने के बाद मृतक संख्या बढ़कर 15,685 हो गई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सुबह आठ बजे तक के ताजा आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में सामने आए कोरोना वायरस संक्रमण के 18,552 नए मामलों के साथ देश में अब तक इस महामारी की जद में आने वालों की कुल संख्या 5,08,953 हो गई है। इस अवधि में 384 और लोगों की जान गई है जिससे मृतक संख्या बढ़कर 15,685 तक पहुंच गई है।


देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले एक लाख तक पहुंचने में 110 दिन का समय लगा जबकि 27 जून को पांच लाख का आंकड़ा छूने में मात्र 39 और दिन लगे।


यह लगातार चौथा दिन है, जब संक्रमण के 15,000 से अधिक मामले रोजाना सामने आए हैं। देश में एक जून से 27 जून तक 3,18,418 नए मामले सामने आए हैं।


देश में 1,97,387 संक्रमित लोगों का उपचार चल रहा है और 2,95,880 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। इसके अलावा, एक मरीज विदेश चला गया है।


मरीजों के स्वस्थ होने की दर के बारे में एक अधिकारी ने कहा, ‘‘अब तक करीब 58.13 प्रतिशत मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।’’
जिन लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है, उनमें विदेशी भी शामिल हैं।


भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार 26 जून तक कुल 79,96,707 नमूनों की जांच की गई, जिनमें से शुक्रवार को एक दिन में सर्वाधिक 2,20,479 नमूनों की जांच की गई।


पिछले 24 घंटे में शनिवार सुबह तक 384 लोगों की मौत हुई। इनमें से महाराष्ट्र में 175, दिल्ली में 63, तमिलनाडु में 46, उत्तर प्रदेश में 19, गुजरात में 18, हरियाणा में 13, आंध्र प्रदेश में 12, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक में 10-10, तेलंगाना में सात, मध्य प्रदेश में चार, पंजाब में दो, जम्मू-कश्मीर, छत्तीसगढ़, बिहार, राजस्थान और उत्तराखंड में एक-एक मरीज की मौत हुई है।


देश में महामारी से अब तक कुल 15,685 लोगों की मौत हो चुकी हैं, जिनमें से महाराष्ट्र में 7,106, दिल्ली में 2,492, गुजरात में 1,771, तमिलनाडु में 957, उत्तर प्रदेश में 630, पश्चिम बंगाल में 616, मध्य प्रदेश में 546, राजस्थान में 380 और तेलंगाना में 237 लोगों की मौत हुई है।
कोविड-19 से हरियाणा में 211, कर्नाटक में 180, आंध्र प्रदेश में 148, पंजाब में 122, जम्मू-कश्मीर में 91, बिहार में 58, उत्तराखंड में 37, केरल में 22 और ओडिशा में 17 लोगों की जान गई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार कोविड-19 से छत्तीसगढ़ में 13 और झारखंड में 12, असम, हिमाचल और पुडुचेरी में नौ-नौ, चंडीगढ़ में छह, गोवा में दो और मेघालय, त्रिपुरा, लद्दाख तथा अरुणाचल प्रदेश में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है।
मंत्रालय ने कहा कि जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से अधिक लोग किसी न किसी अन्य बीमारी से पीड़ित थे।


मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार महाराष्ट्र में अब तक कोविड-19 के 1,52,765 मामले सामने आ चुके हैं।
इसके अलावा दिल्ली में 77,240, तमिलनाडु में 74,622, गुजरात में 30,095, उत्तर प्रदेश में 20,943, राजस्थान में 16,660 और पश्चिम बंगाल में 16,190 मामले सामने आ चुके हैं।
हरियाणा में कोविड-19 के मामले बढ़कर 12,884 हो गए हैं और मध्य प्रदेश में अब तक 12,798 मामले सामने आए हैं।
तेलंगाना में 12,349, आंध्र प्रदेश में 11,489 और कर्नाटक में 11,005 मामले सामने आ चुके हैं।
बिहार में अब तक कुल 8,716, जम्मू-कश्मीर में 6,762, असम में 6,607 और ओडिशा में 6,180 लोग संक्रमित हुए हैं।
पंजाब में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के 4,957 और केरल में 3,876 मामले सामने आ चुके हैं।
उत्तराखंड में 2,725 , छत्तीसगढ़ में 2,545 , झारखंड में 2,290, त्रिपुरा में 1,325, मणिपुर में 1,075 , गोवा में 1,039, लद्दाख में 946 और हिमाचल प्रदेश में 864 मामले सामने आ चुके हैं।
पुडुचेरी में कोविड-19 के 502, चंडीगढ़ में 425, नगालैंड में 371 और अरुणाचल प्रदेश में 172 मामले सामने आ चुके हैं।
दादरा नगर हवेली और दमन-दीव में कुल मिलाकर अब तक कोविड-19 के 163 मामले सामने आए हैं।
अब तक मिजोरम में 145, सिक्किम में 86, अंडमान - निकोबार द्वीप समूह में 72 और मेघालय में 47 मामले सामने आए हैं।
मंत्रालय ने कहा, “हम आईसीएमआर के आंकड़ों के साथ अपने आंकड़ों का मिलान कर रहे हैं।”
मंत्रालय ने कहा कि राज्यवार आंकड़ों में परिवर्तन हो सकता है।


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...

इफ्तार पार्टियों का आयोजन लगातार जारी।

  सीकर-राजस्थान।        जनपद मे माहे रमजान शुरू होने के साथ ही अनेक सामाजिक व शेक्षणिक संस्थाओं के अलावा व्यक्तिगत लोगो द्वारा इफ्तार का आयोजन का सीलसीला जारी है।    इस सीलसीले के तहत सीकर शहर मे आज इतवार को सीकर में पंचायत शेखावाटी लीलगरान और युवा कमेटी की तरफ से रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन सय्यदा मस्जिद फतेहपुर रोड़ भैरुपुरा कच्चा रास्ता सीकर में किया गया। ,जिसमे सैकड़ों रोजेदारों ने शिरकत की और प्रदेश में अमन चैन की दुआ मांगी,इफ्तार के बाद मगरिब की नमाज पढ़ी गई।

सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले मुस्लिम विरोधी हिंसक तत्वों का मनोबल बढ़ाने वाले हैं- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 9 मार्च 202 5. न्यायालयों द्वारा पिछले कुछ दिनों से दिए गए विवादित फैसलों से यह संदेश जा रहा है कि मई में आने वाले सुप्रीम कोर्ट के नए मुख्य न्यायाधीश पर आरएसएस और भाजपा अपने सांप्रदायिक एजेंडे के पक्ष में दबाव डालने की रणनीति पर काम कर रहे हैं. सेकुलर सियासी दलों और नागरिक समाज को इन मुद्दों पर मुखर होने की ज़रूरत है. ये बातें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव शाहनवाज़ आलम ने साप्ताहिक स्पीक अप कार्यक्रम की 185 वीं कड़ी में कहीं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के जज का किसी को मियां तियाँ और पाकिस्तानी कहने को अपराध नहीं मानना साबित करता है कि सुप्रीम कोर्ट के कुछ जज मुस्लिम विरोधी हिंसा में हिंसक तत्वों द्वारा प्रतुक्त होने वाली इन टिप्पणियों को एक तरह से वैधता देने की कोशिश कर रहे हैं. इस फैसले के बाद ऐसे तत्वों का न सिर्फ़ मनोबल बढ़ेगा बल्कि वो इसे एक ढाल की तरह इस्तेमाल करेंगे और पुलिस में शिकायत दर्ज कराने जाने वाले पीड़ित मुस्लिमों का मुकदमा भी पुलिस नहीं लिखेगी. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि इससे पहले भी मस्जिद के अंदर जबरन घुसकर जय श्री राम के ना...