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कोरोना वायरस संक्रमण का दूसरा दौर शुरू होने को लेकर चिंतित हैं स्वास्थ्य विशेषज्ञ

वाशिंगटन, :: यूरोप और अमेरिका में जब कोरोना वायरस को रोकने के लिए लगाए लॉकडाउन में ढील दी जाने लगी है तो स्वास्थ्य विशेषज्ञ मौत और संक्रमण का दूसरा दौर शुरू होने की आशंका जता रहे हैं जिससे फिर सरकारों को देश को बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है।


कोलंबिया विश्वविद्यालय के संक्रमण और प्रतिरक्षा केंद्र के डॉ. इयान लिपकिन ने कहा, ‘‘हम ढील देकर ऐसा जोखिम ले रहे हैं जो बर्दाश्त नहीं किया जा सकेगा।’’


जर्मनी ने संक्रमण के मामलों का दौर फिर से शुरू होने की स्थिति में योजनाएं बनानी शुरू कर दी हैं। इटली में विशेषज्ञों ने नए पीड़ितों और उनके संपर्क में आने वाले लोगों की पहचान करने के प्रयास तेज कर दिए हैं। फ्रांस में लॉकडाउन में ढील नहीं दी गई है और उसने संक्रमण का नया दौर शुरू होने की स्थिति में पहले ही योजना तैयार कर ली है।


फ्रांस के पाश्चर इंस्टीट्यूट में विषाणु ईकाई के प्रमुख ओलिवर श्वार्त्ज ने कहा, ‘‘संक्रमण का दूसरा दौर आएगा लेकिन दिक्कत यह है कि यह नहीं मालूम की यह किस हद तक होगा। यह छोटे स्तर पर होगा या बड़े स्तर पर फैलेगा।’’


अमेरिका में अपनी अर्थव्यवस्था को फिर से बहाल करने के लिए लगभग आधे राज्यों ने पाबंदियों में ढील देनी शुरू कर दी है और आंकड़ों से पता चलता है कि लोग तेजी से घरों से बाहर निकल रहे हैं जिसे लेकर जन स्वास्थ्य अधिकारी चिंतित हैं।


कई राज्यों के पास जांच का मजबूत तंत्र नहीं है जिसके चलते विशेषज्ञों का मानना है कि यह संक्रमण के नए दौर का पता लगाने और उसे नियंत्रित करने के लिए आवश्यक है।


वाशिंगटन में कैसर फैमिली फाउंडेशन में वैश्विक स्वास्थ्य नीति के सह निदेशक जोश मिचॉड ने कहा, ‘‘अगर हम जन स्वास्थ्य संबंधी पर्याप्त कदम उठाए बगैर रियायतें देते हैं तो हमें और अधिक मामले देखने को मिल सकते हैं और दुर्भाग्यपूर्ण रूप से और अधिक लोगों की मौत हो सकती है।’’


अमेरिका के जॉन्स हॉप्किन्स विश्वविद्यालय के आंकड़ों के अनुसार, दुनियाभर में कोविड-19 से 36 लाख से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं।


एक सदी पहले स्पेनिश फ्लू वैश्विक महामारी का दूसरा दौर पहले के मुकाबले कहीं अधिक खतरनाक साबित हुआ था। 


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