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तबलीगी जमात के 25,500 से ज्यादा सदस्य पृथक वास में रखे गये, हरियाणा के पांच गांव सील : गृह मंत्रालय

नयी दिल्ली, :: केन्द्रीय गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को बताया कि केन्द्र और राज्य सरकारों द्वारा निजामुद्दीन मरकज के कार्यक्रम में शामिल तबलीगी जमात के सदस्यों की पहचान करने के लिए चलाए गए ‘‘व्यापक अभियान’’ के बाद जमात के सदस्यों और उनके संपर्क में आए 25,500 से ज्यादा लोगों को देश के विभिन्न हिस्सों में पृथक वास में रखा गया है।


गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने संवाददाताओं से कहा कि हरियाणा के पांच गांवों को सील कर दिया गया है और निवासियों को पृथक वास में रखा गया है क्योंकि तबलीगी जमात के ‘‘विदेशी सदस्य’’ वहां ठहरे थे।


उन्होंने कहा कि तबलीगी जमात के कुल 2,083 विदेशी सदस्यों में से 1,750 सदस्यों को अभी तक कालीसूची में डाला जा चुका है।


उन्होंने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकारों द्वारा चलाए गए ‘‘व्यापक अभियान’’ के बाद इन लोगों और उनके संपर्क में आए लोगों की पहचान कर उन्हें पृथक वास में भेजा गया है।


राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के बावजूद निजामुद्दीन मरकज स्थित मुख्यालय में पिछले सप्ताह तबलीगी जमात के 2,300 से ज्यादा सदस्यों के रहने की बात सामने आने के बाद देशभर में इनकी पहचान करने की कवायद शुरू की गयी थी।


निजामुद्दीन मरकज में पिछले महीने हुए धार्मिक आयोजन में देश-विदेश से कम से कम 9,000 लोगों ने हिस्सा लिया था।


श्रीवास्तव ने कहा कि केन्द्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखकर उन सभी से कोविड-19 के मरीजों के इलाज में महत्वपूर्ण मेडिकल ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने को कहा है, साथ ही इस दौरान सामाजिक दूरी बनाए रखने और स्वच्छता पर भी ध्यान देने को कहा है।


उन्होंने कहा, ‘‘जैसा कि आप जानते हैं कोविड-19 के लिए मेडिकल ऑक्सीजन बहुत आवश्यक है। पूरे देश में इसकी निर्बाध आपूर्ति और स्टॉक होना आवश्यक है। देश और डब्ल्यूएचओ की सूची में इसे आवश्यक वस्तु घोषित किया गया है और इसके उत्पादन, विनिर्माण और आपूर्ति चेन को लॉकडाउन की पाबंदियों से अलग रखा गया है।’’
श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘इसे दोहराते हुए गृह सचिव ने आज फिर राज्य सरकारों और केन्द्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखकर उन्हें मेडिकल ऑक्सीजन के महत्व के बारे में बताया और निर्देश दिया है कि उसकी आपूर्ति श्रृंखला पर उचित निगरानी रखी जाए।’’
राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के बारे में श्रीवास्तव ने कहा कि राज्य सरकारें प्रभावी तरीके से लॉकडाउन को लागू कर रही हैं, आवश्यक वस्तुओं की आवाजाही पूरे देश में संतोषजनक तरीके से हो रही है और राज्यों के साथ मिलकर केन्द्र लगातार इनकी निगरानी कर रहा है।


उन्होंने कहा, ‘‘हमें आशा है कि इन सभी कदमों को उठाने से हम लॉकडाउन को सफलतापूवर्क लागू करने और कोविड-19 के प्रसार की श्रृंखला को तोड़ने में कामयाब होंगे।’’


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