ऋषिकेश, : उत्तराखंड के ऋषिकेश के निकट लक्ष्मणझूला क्षेत्र में प्रसिद्ध नीलकंठ मंदिर की तरफ गंगा नदी के पार एक गुफा में छिपे छह विदेशियों को निकाल कर पुलिस ने एक धर्मशाला में पृथकवास में भेज दिया है ।
लक्ष्मणझूला के पुलिस थाना प्रभारी निरीक्षक राकेन्द्र सिंह कठैत ने बताया कि मुखबिर से उन्हें 18 अप्रैल को नीलकंठ बाई पास स्थित दोबाटा नामक स्थान से एक किलोमीटर दूर नीलकंठ की तरफ एक गुफा में कुछ लोगों के छिपे होने की सूचना मिली।
बताए स्थान पर पुलिस के पहुंचने पर गुफा में छह लोग दयनीय दशा में मिले। उन्हें तुरंत लक्ष्मण झूला अस्पताल लाया गया जहां उनके स्वास्थ्य की जांच हुई। विदेशियों में दो — एक महिला और एक पुरूष — यूक्रेन के रहने वाले हैं जो सात दिसम्बर को भारत आये थे । एक अन्य विदेशी महिला तुर्की की है जो 19 फ़रवरी को भारत आयी थी । एक व्यक्ति अमेरिका का है जबकि एक फ्रांस का और एक अन्य नेपाल का है ।
कठैत ने बताया कि ये विदेशी पहले मुनि की रेती क्षेत्र में किसी होटल में कमरा किराए पर लेकर रह रहे थे और जब इनके पास पैसे खत्म हो गए तो ये सभी गंगा के इस पार गुफा में आकर रुक गए।
पुलिस ने इन सबको स्वर्गाश्रम ट्रस्ट के लक्ष्मी नारायण मंदिर धर्मशाला में सेनेटाइज कर पृथकवास में भेज दिया है
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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