सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

प्रधानमंत्री की अपील पर करोड़ों भारतीयों ने दीये, मोमबत्ती, मोबाइल फोन की फ्लैशलाइट जलाई

नयी दिल्ली, :: कोरोना वायरस संकट से निपटने में राष्ट्र के ‘‘सामूहिक संकल्प एवं एकजुटता’’ को प्रदर्शित करने के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर ‘रविवार रात नौ बजे नौ मिनट तक’ करोड़ों देशवासियों ने अपने घरों की बत्तियां बुझा दीं और दीये, मोमबत्ती तथा मोबाइल फोन की फ्लैशलाइट जलाई।


उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने अपनी पत्नी उषा के साथ यहां अपने आवास में दीप जलाये।


नायडू के हवाले से एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि भारत के लोगों ने प्रधानमंत्री की अपील पर अपनी जबरदस्त प्रतिक्रिया के जरिये एक बार से यह जता दिया कि देश इस महामारी से पैदा हुए संकट से उबरने के लिये कृत संकल्पित है।


रविवार रात नौ बजते ही, ज्यादातर घरों में बत्तियां बुझा दी गईं और लोगों ने बालकनी में खड़े होकर मोबाइल फोन की फ्लैशलाइट जलाई। कइयों ने दीये और मोमबत्ती भी जलाये। उस दौरान आतिशबाजी, थाली बजाने की आवाज, सीटी और पुलिस वाहन की सायरन भी सुनाई दी। कुछ स्थानों पर हिंदू भक्ति गीत बजाये गये तो कहीं मंत्रोच्चार किया गया।


मोदी ने शुक्रवार को लोगों से अनुरोध किया था कि वे कोरोना वायरस को पराजित करने के लिये सामूहिक संकल्प और एकजुटता प्रदर्शित करने के लिये रविवार रात नौ बजे नौ मिनट के लिये लाइट बुझा दें।


केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने दीये जलाने के शीघ्र बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह एक छोटा सा कार्य देश की एकजुटता का एक बड़ा संदेश लिये हुए हैं।


हालांकि, कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस नेता एवं राज्य सभा सदस्य डेरेक ओ ब्रायन ने आज रात एक मिनट का एक वीडियो जारी कर सरकार से पार्टी की नौ मांगों का उल्लेख किया।


वीडियो में एक अंधेरे वाली पृष्ठभूमि में एक मोमबत्ती जलती हुई दिख रही है।


राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित देश के विभिन्न राज्यों में बड़ी संख्या में लोगों ने रात नौ बजे नौ मिनट के लिये दीये, मोमबत्ती, मोबाइल फोन की फ्लैशलाइट जलाई।


महाराष्ट्र में राकांपा प्रमुख शरद पवार, गायिका लता मंगेशकर, महानायक अमिताभ बच्चन और कई अन्य अभिनेता-अभिनेत्रियों सहित बॉलीवुड हस्तियों ने भी प्रधानमंत्री की अपील पर ऐसा किया।


गुजरात के अहमदाबाद से कुछ लोगों के ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम’ जैसे नारे लगाने तथा अन्य के आतिशबाजी करने की भी खबरें हैं।


मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के कुछ स्थानों से हिंदू भक्ति गीत बजाने, मंत्रोच्चार करने और राष्ट्रगान बजाने की खबरें हैं।


इस मौके पर तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने चेन्नई स्थित राजभवन में नौ मिनट के बत्तियां बुझा दीं।


छत्तीसगढ़, झारखंड और गोवा से भी बत्ती बुझाने और दीये आदि जलाये जाने की खबरें हैं।


हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में ठीक रात नौ बजे जिला प्रशासन ने सायरन बजाये। कुछ लोगों ने पटाखे भी जलाये।


उल्लेखनीय है कि यह दूसरा मौका है जब मोदी ने जारी ‘लॉकडाउन’ के दौरान इस वैश्विक महामारी के खिलाफ लोगों को एकजुट करने की कोशिश की। लॉकडाउन से ठीक पहले 22 मार्च को ‘‘जनता कर्फ्यू ’’के दौरान भी लोगों ने प्रधानमंत्री की अपील पर ताली, थाली, और घंटी आदि बजा कर कोरोना वायरस संकट का मुकाबला कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों का उत्साह बढ़ाया था।


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार कोरोना वायरस संक्रमण के कारण 11 और लोगों की मौत हो गयी, जिससे मृतकों की कुल संख्या बढ़कर 79 हो गयी है। पिछले 24 घंटों में 472 नए मामलों के साथ अब तक 3,374 लोगों के इस वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि की गई है।


इस वैश्विक महामारी से दुनिया भर में 65,600 लोगों की मौत हो चुकी है और 10 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं।


मोदी ने कोरोना वायरस महामारी को फैलने से रोकने के लिये 24 मार्च को 21 दिनों के राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की थी और यह उसी रात मध्य रात्रि से प्रभावी हो गया था।


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...

इफ्तार पार्टियों का आयोजन लगातार जारी।

  सीकर-राजस्थान।        जनपद मे माहे रमजान शुरू होने के साथ ही अनेक सामाजिक व शेक्षणिक संस्थाओं के अलावा व्यक्तिगत लोगो द्वारा इफ्तार का आयोजन का सीलसीला जारी है।    इस सीलसीले के तहत सीकर शहर मे आज इतवार को सीकर में पंचायत शेखावाटी लीलगरान और युवा कमेटी की तरफ से रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन सय्यदा मस्जिद फतेहपुर रोड़ भैरुपुरा कच्चा रास्ता सीकर में किया गया। ,जिसमे सैकड़ों रोजेदारों ने शिरकत की और प्रदेश में अमन चैन की दुआ मांगी,इफ्तार के बाद मगरिब की नमाज पढ़ी गई।

सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले मुस्लिम विरोधी हिंसक तत्वों का मनोबल बढ़ाने वाले हैं- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 9 मार्च 202 5. न्यायालयों द्वारा पिछले कुछ दिनों से दिए गए विवादित फैसलों से यह संदेश जा रहा है कि मई में आने वाले सुप्रीम कोर्ट के नए मुख्य न्यायाधीश पर आरएसएस और भाजपा अपने सांप्रदायिक एजेंडे के पक्ष में दबाव डालने की रणनीति पर काम कर रहे हैं. सेकुलर सियासी दलों और नागरिक समाज को इन मुद्दों पर मुखर होने की ज़रूरत है. ये बातें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव शाहनवाज़ आलम ने साप्ताहिक स्पीक अप कार्यक्रम की 185 वीं कड़ी में कहीं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के जज का किसी को मियां तियाँ और पाकिस्तानी कहने को अपराध नहीं मानना साबित करता है कि सुप्रीम कोर्ट के कुछ जज मुस्लिम विरोधी हिंसा में हिंसक तत्वों द्वारा प्रतुक्त होने वाली इन टिप्पणियों को एक तरह से वैधता देने की कोशिश कर रहे हैं. इस फैसले के बाद ऐसे तत्वों का न सिर्फ़ मनोबल बढ़ेगा बल्कि वो इसे एक ढाल की तरह इस्तेमाल करेंगे और पुलिस में शिकायत दर्ज कराने जाने वाले पीड़ित मुस्लिमों का मुकदमा भी पुलिस नहीं लिखेगी. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि इससे पहले भी मस्जिद के अंदर जबरन घुसकर जय श्री राम के ना...