जयपुर।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पूरी दुनिया में अभी कोविड-19 महामारी का प्रकोप चल रहा है, ऐसे में मेरी मुस्लिम भाइयों से अपील है कि केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए लॉकडाउन के दौरान रोज़ा इफ्तार घर पर रहकर करें और साथ ही नमाज़ें, तरावीह घर पर ही अदा करें।
.लॉकडाउन की अवधि के दौरान रोज़ा इफ्तार पार्टी का आयोजन करने एवं भीड़ इकट्ठी करने से भी मुख्यमंत्री ने बचने को कहा। उन्होंने यह भी कहा कि सभी सोशल डिस्टेंसिंग जरूर रखें ताकि कोरोना का कम्यूनिटी संक्रमण रोकने में अभी तक मिली कामयाबी को प्रदेश में बरकरार रखा जा सके।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि रमज़ान के इस मुबारक महीने में मुस्लिम भाई-बहन नमाज़ एवं कुरआन की तिलावत के बाद अल्लाह से दुआ करें कि पूरी दुनिया में फैली कोविड-19 महामारी खत्म हो और जो लोग कोरोना से संक्रमित हैं उन्हें शिफा मिले।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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