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निजी अस्पतालों में चालू रहेंगी ओपीडी सेवाएं - सीएमएचओ डॉ अजय चौधरी ने सभी प्राइवेट अस्पताल संचालकों को किया पाबंद

सीकर, 1 अप्रैल। जिले के सभी प्राइवेट अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं चालू रहेंगी और गर्भवती महिलाओं को चिकित्सा सेवाएं भी उपलब्ध कराई जाएगी। जिले के सभी प्राइवेट अस्पताल संचालकों को उपलब्ध संसाधनों का पूर्ण उपयोग करते हुए ओपीडी सेवाएं नियमित रूप से चालू रखने के लिए पाबंद किया गया है। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अजय चौधरी ने आदेश जारी कर प्राइवेट अस्पतालों में आने वाले सभी रोगियों की स्क्रीनिंग करने और कोरोना वायरस के लक्षण व श्वसन तंत्र से संबंधित रोगियों की सूचना नाम, पते व मोबाइल नंबर सहित कार्यालय को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए है। साथ ही गर्भवती महिलाओं को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए है।


सीएमएचओ डॉ चौधरी ने प्राइवेट अस्पतालों में यदि किसी एक ही क्षेत्र, गांव, वार्ड, मोहल्ले, कॉलोनी के उक्त रोग से संबंधित रोगियों की संख्या में वृद्वि हो रही है तो इसकी भी सूचना कार्यालय को देने के निर्देश दिए है। उन्होंने कोरोना वायरस की रोकथाम के अलावा संक्रमण के विरूद्व जन जागृति का अभियान भी चलाकर केंद्र व राज्य सरकार द्वारा कोरोना वायरस की रोकथाम के संबंध में जारी की गई एडवाजरी की पालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।


गर्भवती की देखभाल सरकारी चिकित्सा संस्थान में होगी


कोरोना वायरस की महामारी के साथ जिले के सभी चिकित्सा संस्थानों व सब सेंटरों पर गर्भवती महिलाओं की भी देखभाल की जाएगी। जिले में 638 उप स्वास्थ्य केंद्र, 101 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 8 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 30 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, 2 सामान्य अस्पताल व एक जिला अस्पताल संचालित है और इन पर गर्भवती महिलाओं को चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है। वहीं स्वास्थ्य जांच के लिए आने वाली गर्भवती महिलाओं की जांच के साथ टीटी का टीका भी लगाया जा रहा है। वहीं आवश्यकता होने पर गर्भवती महिलाओं को 108 व 104 एम्बुलेंस के माध्यम से निकटत उच्च चिकित्सा संस्थान पर पहुंचा कर चिकित्सा सुविधाएं नियमित रूप से उपलब्ध कराई जाएगी।


आंगनबाडी केंद्र पर नहीं होगा टीकाकरण सत्र
कोरोना वायरस की महामारी को देखते हुए विभाग की ओर से टीकाकरण कार्यक्रम के तहत आंगनबाडी केंद्रों कर टीकाकरण कार्य नहीं किया जाएगा। आरसीएचओ डॉ निर्मल सिंह ने बताया कि कोविड 19 वायरस के संक्रमण की गंभीरता को देखते हुए जिले में अग्रिम आदेश तक टीकाकरण कार्यक्रम के तहत टीकाकरण कार्य सभी चिकित्सा संस्थान, जहां प्रसव हो रहे हैं, वहां पर नवजात शिशु को डिस्चार्ज करने से पूर्व सभी बर्थ डोज दी जा रही है। इसके अलावा संस्थान में स्वास्थ्य जांच के लिए आने वाली गर्भवती महिलाओं के टीटी का टीका भी लगाया जा रहा है।


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