सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

लोक सेवा दिवस: राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री ने लोक सेवकों की सराहना की

नयी दिल्ली, :: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लोक सेवा दिवस पर लोक सेवकों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों की तरह, लोक सेवक भी कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व कर रहे हैं।


राष्ट्रपति ने ट्वीट कर कहा, ‘‘लोक सेवा दिवस पर, अतीत और वर्तमान में काम करने वाले सभी लोक सेवकों और उनके परिवारों को शुभकामनाएं देता हूं। जन कल्याण के लिए नीतियों और कार्यक्रमों को लागू करने में हमारी लोक सेवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।’’


उन्होंने ट्वीट में कहा, ‘‘वर्तमान समय में भी, हमारे देश की मजबूत लोक सेवा ने संवेदनशीलता और दक्षता के साथ कोविड-19 से उत्पन्न स्थिति को संभालने में अपनी ताकत और संकल्प को दिखाया है। विश्वास है कि हमारी लोक सेवा अपनी सर्वश्रेष्ठ परंपराओं के अनुरूप काम करती रहेगी।’’ उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने ट्वीट किया, ‘‘आज लोक सेवा दिवस पर, मैं अपने देश के सभी लोक सेवकों को कार्यक्रमों में नीतियों को प्रभावी ढंग से और कुशलतापूर्वक लागू करने के लिए बधाई देता हूं।’’


उन्होंने कहा, ‘‘राष्ट्र को कोविड 19 संक्रमण से निरापद रखने में निष्ठापूर्वक प्रयासरत सभी लोक सेवा के अधिकारियों,उनके सहयोगियों, हमारे स्वास्थ्य, पुलिस और स्वच्छता कर्मियों का अभिनन्दन करता हूं और देशवासियों की तरफ से उनका आभार व्यक्त करता हूं।’’


नायडू ने कहा, ‘‘कोरोना के विरुद्ध यह अभियान कितना लंबा चलेगा यह अभी अनिश्चित है। मुझे विश्वास है कि सिविल सेवा के हमारे अनुभवी और दक्ष अधिकारियों की सहायता से राष्ट्र इस अभियान में विजय प्राप्त करेगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘स्थानीय स्तर पर अधिकारियों ने गरीब लोगों, विपन्न मजदूरों, वृद्ध जनों की सेवा के लिए नए प्रयास, नवीन प्रयोग किए, उससे न सिर्फ मानवता सम्मानित हुई है बल्कि जनता की प्रशासन में आस्था और विश्वास बढ़ा है। हमारे लोकतंत्र के लिए यह शुभ संकेत है।’’


प्रधानमंत्री मोदी ने कोविड-19 को सफलतापूर्वक हराने में लोक सेवकों के प्रयासों की सराहना की।


उन्होंने कहा, ‘‘वे चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं, जरूरतमंद लोगों की सहायता कर रहे हैं और सभी लोग स्वस्थ रहें, इसको सुनिश्चित करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।’’ मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘लोक सेवा दिवस पर, मैं महान सरदार पटेल को श्रद्धांजलि देता हूं, जिन्होंने हमारे प्रशासनिक ढांचे की कल्पना की और एक ऐसी प्रणाली का निर्माण करने पर जोर दिया, जो प्रगति-उन्मुख और दयालु हो।’’


प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग के अनुसार, लोक सेवा दिवस 21 अप्रैल को मनाया जाता है क्योंकि 1947 में इसी दिन, देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को संबोधित किया था। उन्होंने लोक सेवकों को ‘भारत का स्टील फ्रेम’ कहा था।


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...

इफ्तार पार्टियों का आयोजन लगातार जारी।

  सीकर-राजस्थान।        जनपद मे माहे रमजान शुरू होने के साथ ही अनेक सामाजिक व शेक्षणिक संस्थाओं के अलावा व्यक्तिगत लोगो द्वारा इफ्तार का आयोजन का सीलसीला जारी है।    इस सीलसीले के तहत सीकर शहर मे आज इतवार को सीकर में पंचायत शेखावाटी लीलगरान और युवा कमेटी की तरफ से रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन सय्यदा मस्जिद फतेहपुर रोड़ भैरुपुरा कच्चा रास्ता सीकर में किया गया। ,जिसमे सैकड़ों रोजेदारों ने शिरकत की और प्रदेश में अमन चैन की दुआ मांगी,इफ्तार के बाद मगरिब की नमाज पढ़ी गई।

सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले मुस्लिम विरोधी हिंसक तत्वों का मनोबल बढ़ाने वाले हैं- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 9 मार्च 202 5. न्यायालयों द्वारा पिछले कुछ दिनों से दिए गए विवादित फैसलों से यह संदेश जा रहा है कि मई में आने वाले सुप्रीम कोर्ट के नए मुख्य न्यायाधीश पर आरएसएस और भाजपा अपने सांप्रदायिक एजेंडे के पक्ष में दबाव डालने की रणनीति पर काम कर रहे हैं. सेकुलर सियासी दलों और नागरिक समाज को इन मुद्दों पर मुखर होने की ज़रूरत है. ये बातें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव शाहनवाज़ आलम ने साप्ताहिक स्पीक अप कार्यक्रम की 185 वीं कड़ी में कहीं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के जज का किसी को मियां तियाँ और पाकिस्तानी कहने को अपराध नहीं मानना साबित करता है कि सुप्रीम कोर्ट के कुछ जज मुस्लिम विरोधी हिंसा में हिंसक तत्वों द्वारा प्रतुक्त होने वाली इन टिप्पणियों को एक तरह से वैधता देने की कोशिश कर रहे हैं. इस फैसले के बाद ऐसे तत्वों का न सिर्फ़ मनोबल बढ़ेगा बल्कि वो इसे एक ढाल की तरह इस्तेमाल करेंगे और पुलिस में शिकायत दर्ज कराने जाने वाले पीड़ित मुस्लिमों का मुकदमा भी पुलिस नहीं लिखेगी. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि इससे पहले भी मस्जिद के अंदर जबरन घुसकर जय श्री राम के ना...