सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

क्रिस प्रैट, ब्रायस डलास होवार्ड, नताली पोर्टमैन सहित कई हॉलीवुड हस्तियों ने इरफान खान को किया याद

लॉस एंजिलिस, :: क्रिस प्रैट, ब्रायस डलास हॉवर्ड, नताली पोर्टमैन सहित हॉलीवुड की कई हस्तियों ने बॉलीवुड अभिनेता इरफान खान के निधन पर शोक प्रकट किया।


कैंसर से लड़ाई लड़ रहे 54 वर्षीय अभिनेता का बुधवार को मुम्बई के एक अस्पताल में निधन हो गया था। खान के पार्थिव शरीर को वर्सोवा के कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-ख़ाक किया गया था।


फिल्म ‘जुरैसिक वर्ल्ड’ में इरफान के साथ काम करने वाले क्रिस पैट ने कहा, ‘‘ बड़े पर्दे के महान कलाकर इरफान के निधन की खबर सुनकर दुखी हूं। इरफान ने ‘जुरैसिक वर्ल्ड’ में मसरानी की भूमिका निभाई थी। वह एक उत्कृष्ट अभिनेता और इंसान थे। उनकी याद आएगी।’’


फिल्म की अदाकारा होवार्ड ने इरफान के साथ तस्वीरें साझा करते हुए कहा, ‘‘ इरफान, आप बहुत अच्छे महान इंसान थे। आपकी याद आएगी। यह तस्वीरें शूटिंग के पहले दिन और आखिरी दिन की है और मैं सौभाग्यशाली हूं कि आपके साथ समय बिताने का मौका मिला। आपको और आपके परिवार को प्यार।’’


फिल्म के निर्देशक कोलिन ट्रेवोरो ने भी इरफान को याद किया।


उन्होंने लिखा, ‘‘ इरफान खान को खोना दुखद है। एक संवेदनशील शख्स, जो अपने आस-पास हर चीज में खूबसूरती ढूंढ लेते थे, यहां तक की दर्द में भी। ’’


हॉलीवुड अदाकारा नताली पोर्टमैन ने भी इरफान खान को याद किया। दोनों ने ‘न्यूयॉर्क, आई लव यू’ फिल्म में एक साथ काम किया था।


अदाकारा ने इंस्टाग्राम पर इरफान के साथ तस्वीर साझा करते हुए लिखा, ‘‘ इरफान के सभी प्रियजनों का मेरा प्यार।’’


फिल्मकार मार्क वेब को याद करते हुए उनकी कला की सराहना की। फिल्म ‘द अमेजिंग स्पाइडर मैन’ में इरफान ने मार्क के निर्देशन में ही काम किया था।


ऑस्कर विजेता फिल्मकार एंग ली ने भी खान को याद करते हुए उन्हें ‘‘ एक महान कलाकार, एक सच्चा इंसान और एक योद्धा ’’ बताया।


दोनों ने 2012 में आई फिल्म ‘लाइफ ऑफ पाई’ में एक साथ काम किया था।


भारतीय मूल की हॉलीवुड अदाकारा मिंडी कलिंग, फ्रांसीसी अभिनेता ओमर साई और वेब सीरिज ‘सूट्स’ के अभिनेता गैब्रील मैक्ट ने भी उनके निधन पर शोक जताया।


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...

इफ्तार पार्टियों का आयोजन लगातार जारी।

  सीकर-राजस्थान।        जनपद मे माहे रमजान शुरू होने के साथ ही अनेक सामाजिक व शेक्षणिक संस्थाओं के अलावा व्यक्तिगत लोगो द्वारा इफ्तार का आयोजन का सीलसीला जारी है।    इस सीलसीले के तहत सीकर शहर मे आज इतवार को सीकर में पंचायत शेखावाटी लीलगरान और युवा कमेटी की तरफ से रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन सय्यदा मस्जिद फतेहपुर रोड़ भैरुपुरा कच्चा रास्ता सीकर में किया गया। ,जिसमे सैकड़ों रोजेदारों ने शिरकत की और प्रदेश में अमन चैन की दुआ मांगी,इफ्तार के बाद मगरिब की नमाज पढ़ी गई।

सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले मुस्लिम विरोधी हिंसक तत्वों का मनोबल बढ़ाने वाले हैं- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 9 मार्च 202 5. न्यायालयों द्वारा पिछले कुछ दिनों से दिए गए विवादित फैसलों से यह संदेश जा रहा है कि मई में आने वाले सुप्रीम कोर्ट के नए मुख्य न्यायाधीश पर आरएसएस और भाजपा अपने सांप्रदायिक एजेंडे के पक्ष में दबाव डालने की रणनीति पर काम कर रहे हैं. सेकुलर सियासी दलों और नागरिक समाज को इन मुद्दों पर मुखर होने की ज़रूरत है. ये बातें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव शाहनवाज़ आलम ने साप्ताहिक स्पीक अप कार्यक्रम की 185 वीं कड़ी में कहीं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के जज का किसी को मियां तियाँ और पाकिस्तानी कहने को अपराध नहीं मानना साबित करता है कि सुप्रीम कोर्ट के कुछ जज मुस्लिम विरोधी हिंसा में हिंसक तत्वों द्वारा प्रतुक्त होने वाली इन टिप्पणियों को एक तरह से वैधता देने की कोशिश कर रहे हैं. इस फैसले के बाद ऐसे तत्वों का न सिर्फ़ मनोबल बढ़ेगा बल्कि वो इसे एक ढाल की तरह इस्तेमाल करेंगे और पुलिस में शिकायत दर्ज कराने जाने वाले पीड़ित मुस्लिमों का मुकदमा भी पुलिस नहीं लिखेगी. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि इससे पहले भी मस्जिद के अंदर जबरन घुसकर जय श्री राम के ना...