कोविड-19 के संकट मे कर्तव्यनिष्ठा के साथ कार्यरत पुलिस विभाग को ASI यादव ने बट्टा लगाने की कोशिश की है।


जयपुर।
            राजस्थान मे कोविड-19 के बचाव के लिये जारी लोकडाऊन की सख्ती के साथ पालना करने व कराने मे लगा राजस्थान पुलिस विभाग ने हर थाना स्तर पर बीना वजह बाहर बाजार व सड़कों पर घूमने वाले लोगो के चार पहिया व दो पहिया वाहनो के चालान व जब्ती की कार्यवाही बडी तादाद मे की है। अधीकांश वाहनो की जब्ती के बाद उन्हें सम्बन्धित थानो मे रखकर उनके मालिको से लोकडाऊन खत्म होने के बाद वाहन छोड़ने का मोखिक कहा जा रहा है। इसी के मध्य जब पुलिस अपना स्थापना दिवस मना रही थी उसके पहले दिन झूझंनु जिले की सुल्ताना गावं की पुलिस चोकी के इंचार्ज मक्खन लाल यादव ASI को जब्त शुदा बाईक छोड़ने के बदले दस हजार की रिश्वत लेते भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने रगे हाथो गिरफ्तार किया।
            राजस्थान के लगभग सभी थाने लोकडाऊन का उल्लंघन करने वालो के जब्ती के कारण जब्त वाहनो से अटे पड़े है। न्यायालय मे लोकडाऊन के कारण सुनवाई नही होने के चलते जब्त वाहनो को कोर्ट आदेश से छोड़ने की प्रक्रिया बाधित होने के कारण थाना व चोकी इंचार्ज की मंशा पर वाहन छुटना एक मात्र विकल्प रह गया है। इसलिए इस समय जब्त वाहन को मालिक छुटवाने पर थाना-चोकीयो के चक्कर लगाने पर मजबूर हो रहे है। इसी के चलते हेतमसर निवासी विक्रम ने भी सुल्ताना चोकी से अपनी जब्त बाईक को छुटवाने की कोशिश की तो बदले मे उससे रिश्वत की मां की गई।
               जानकारी अनुसार बाईक छोड़ने के लिये पहले पच्चीस हजार की मांग होने के बाद सोदा दस हजार रुपये मे तय होने पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की झूझंनु चोकी पर शिकायत होने पर शिकायत का वेरिफिकेशन करने के बाद ऐसीबी की झूझंनु चोकी के उप पुलिस अधीक्षक शबीर खान के नेतृत्व मे भ्रष्टाचारी मक्खन लाल यादव ASI को राशि लेते रंगो गिरफ्तार कर लिया गया। जिसको बाद मे जयपुर सक्षम न्यायालय मे पेश करने के बाद जैल भेज दिया गया है।
          भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की ट्रेप की कार्यवाही के बाद पुलिस विभाग ने मक्खन लाल को निलंबित व पूरे चोकी स्टाफ को लाईन हाजिर करके नये स्टाफ को तैनात कर दिया गया है। पर सवाल उठता है कि इस विकट हालात मे भी उक्त ASI यादव रिश्वतखोरी से बाज नही आकर होनहार पुलिसकर्मियों को बट्टा लगाने की कोशिश क्यो की?


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