सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

कोरोना वायरस संक्रमण से उबरीं बॉलीवुड गायिका कनिका ने सरकारी इंतजाम पर उठाए सवाल


लखनऊ, :: कोविड-19 से संक्रमित हुई पहली बॉलीवुड सेलिब्रिटी एवं गायिका कनिका कपूर ने संक्रमण को रोकने संबंधी सरकारी इंतजाम पर सवाल उठाए हैं और कहा है कि एक व्यक्ति पर नकारात्मकता थोपने से वास्तविकता को नहीं बदला जा सकता।


पिछली 19 मार्च को संक्रमित पाए जाने के बाद आलोचना के घेरे में आई कनिका ने रविवार को एक ट्वीट किया कि जब वह लंदन से मुंबई लौटी थीं, उस वक्त उन्हें खुद को पृथक-वास में रखने की कोई सलाह नहीं दी गई थी और मुंबई से लखनऊ आने पर उनकी कोई जांच तक नहीं की गयी।


उन्होंने ट्वीट में कहा "मैं जिसके संपर्क में आई, चाहे वह ब्रिटेन हो, मुंबई हो या फिर लखनऊ, किसी में भी कोविड-19 के लक्षण नहीं पाए गए। बल्कि सच्चाई यह है कि उन सब की जांच रिपोर्ट में उनके संक्रमित नहीं होने की पुष्टि हुई।" कनिका ने कहा, "किसी एक व्यक्ति पर नकारात्मकता थोपने से वास्तविकता को नहीं बदला जा सकता।" माना जा रहा है कि उनका इशारा लखनऊ में कोरोना संक्रमण फैलाने को लेकर की गई अपनी आलोचना की तरफ था।


कनिका ने हवाई अड्डों पर संक्रमितों की जांच की व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा, “मैं 10 मार्च को ब्रिटेन से मुंबई आई और अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मेरी नियमित जांच हुई। उस वक्त मुझे ऐसा कोई परामर्श नहीं दिया गया कि मुझे खुद को पृथक-वास में रखने की जरूरत है। मुझे अपनी तबीयत जरा भी खराब नहीं लगी तो मैंने खुद को पृथक-वास में नहीं रखा। " उन्होंने कहा," मैं अगले दिन यानी 11 मार्च को अपने परिवार से मिलने लखनऊ गई। घरेलू उड़ानों के लिए उस वक्त तक जांच की कोई व्यवस्था नहीं की गई थी। उसके बाद 14 और 15 मार्च को मैंने अपने मित्र द्वारा दिए गए लंच और डिनर कार्यक्रम में शिरकत की। मैंने कोई भी पार्टी आयोजित नहीं की और मैं पूरी तरह से ठीक थी।" कनिका ने ट्वीट किया,‘‘ मुझे 17 और 18 मार्च को कुछ लक्षणों का एहसास हुआ तो मैंने अपनी जांच का अनुरोध किया। मैं 19 मार्च को संक्रमित पाई गई और 20 मार्च को जब मुझे इस बारे में पता चला, तो मैंने अस्पताल जाना बेहतर समझा। मुझे तीन बार जांच में संक्रमित नहीं जाए जाने के बाद अस्पताल से छुट्टी मिल गई।" उन्होंने कहा "मैं उन डॉक्टरों और नर्सों का खासतौर पर शुक्रिया अदा करना चाहूंगी, जिन्होंने मेरे बेहद भावुक और कड़ी परीक्षा वाले लम्हों में मेरा बहुत ख्याल रखा।" गौरतलब है कि गत 14 और 15 मार्च को लखनऊ में आयोजित कुछ पार्टियों में कनिका ने शिरकत की थी। इनमें उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया और उनके सांसद पुत्र दुष्यंत सिंह समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। हालांकि इन सब की जांच रिपोर्ट में वे संक्रमित नहीं पाए गए थे।


गत 19 मार्च को कनिका के संक्रमित होने का पता चलने के बाद उनकी यह कहते हुए तीखी आलोचना की गई थी कि उन्होंने लंदन से लौटने पर हवाई अड्डा प्रशासन द्वारा खुद को पृथक-वास में रखने की सलाह न मानते हुए पार्टियां आयोजित कीं। इस मामले में कनिका के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ था।


कनिका को लखनऊ स्थित एसजीपीजीआई में भर्ती किया गया था और गत छह अप्रैल को उन्हें छुट्टी दे दी गई थी। इस वक्त वह लखनऊ में अपने परिवार के साथ हैं।


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...

इफ्तार पार्टियों का आयोजन लगातार जारी।

  सीकर-राजस्थान।        जनपद मे माहे रमजान शुरू होने के साथ ही अनेक सामाजिक व शेक्षणिक संस्थाओं के अलावा व्यक्तिगत लोगो द्वारा इफ्तार का आयोजन का सीलसीला जारी है।    इस सीलसीले के तहत सीकर शहर मे आज इतवार को सीकर में पंचायत शेखावाटी लीलगरान और युवा कमेटी की तरफ से रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन सय्यदा मस्जिद फतेहपुर रोड़ भैरुपुरा कच्चा रास्ता सीकर में किया गया। ,जिसमे सैकड़ों रोजेदारों ने शिरकत की और प्रदेश में अमन चैन की दुआ मांगी,इफ्तार के बाद मगरिब की नमाज पढ़ी गई।

सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले मुस्लिम विरोधी हिंसक तत्वों का मनोबल बढ़ाने वाले हैं- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 9 मार्च 202 5. न्यायालयों द्वारा पिछले कुछ दिनों से दिए गए विवादित फैसलों से यह संदेश जा रहा है कि मई में आने वाले सुप्रीम कोर्ट के नए मुख्य न्यायाधीश पर आरएसएस और भाजपा अपने सांप्रदायिक एजेंडे के पक्ष में दबाव डालने की रणनीति पर काम कर रहे हैं. सेकुलर सियासी दलों और नागरिक समाज को इन मुद्दों पर मुखर होने की ज़रूरत है. ये बातें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव शाहनवाज़ आलम ने साप्ताहिक स्पीक अप कार्यक्रम की 185 वीं कड़ी में कहीं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के जज का किसी को मियां तियाँ और पाकिस्तानी कहने को अपराध नहीं मानना साबित करता है कि सुप्रीम कोर्ट के कुछ जज मुस्लिम विरोधी हिंसा में हिंसक तत्वों द्वारा प्रतुक्त होने वाली इन टिप्पणियों को एक तरह से वैधता देने की कोशिश कर रहे हैं. इस फैसले के बाद ऐसे तत्वों का न सिर्फ़ मनोबल बढ़ेगा बल्कि वो इसे एक ढाल की तरह इस्तेमाल करेंगे और पुलिस में शिकायत दर्ज कराने जाने वाले पीड़ित मुस्लिमों का मुकदमा भी पुलिस नहीं लिखेगी. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि इससे पहले भी मस्जिद के अंदर जबरन घुसकर जय श्री राम के ना...