हालांकि कोविड-19 व लोकडाऊन के चलते भारत के अन्य हिस्सों की तरह राजस्थान प्रदेश मे भी सरकार के अलावा भामाशाहों के साथ साथ साधारण व्यक्तियों द्वारा भी अपने खर्च मे कटौती करके जरुरतमंदों की मदद करने का सीलसीला जारी है। जबकि हमारे सामाजिक व धार्मिक पर्व भी लोकडाऊन के मध्य मे आये लेकिन हमने हमारा कर्तव्य व देश के प्रति जिम्मेदारी निभाते हुये उन पर्वों को घर रहकर सादगी के साथ मनाया है।
लोकडाऊन के कारण दिहाड़ी मजदूर व अन्य तरह के कामगारों सहित अनेक लोगो को इधर से उधर होन के साथ काफी लोगो के बेरोजगार होने से उनकी आय के स्त्रोत या तो बंद हो चुके या मंद पड़ चुके है। जिनको दो वक्त के भोजन का इंतजाम करने के लिये मदद की जरूरत होने लगीं है।
कुल मिलाकर यह है कि वेश्विक महामारी कोविड-19 के कारण जरुरतमंदों की मदद करने के लिये हर इंसान को अपने रमजान माह व ईद के अवसर पर कम से कम वो भी अतिआवश्यक जरुरियात की वस्तुओं की खरीद ही करने का तय करना चाहिए। ताकि हमारे इस कदम से जो बचत हो उस बचत से आम जरुरतमंदों की मदद करके वतन की खिदमत कर सकते है।
।अशफाक कायमखानी। चूरु।राजस्थान। राज्य सरकार द्वारा चूरु शहर स्थित अल्पसंख्यक छात्रावास के लिये बजट आवंटित होने के बावजूद जमीन नही होने के कारण निर्माण का मामला काफी दिनो से अटके रहने के बाद डा.खानू खान की कोशिशों से जमीन आवंटन का आदेश जारी होने से चारो तरफ खुशी का आलम देखा जा रहा है। स्थानीय नगरपरिषद ने जमीन आवंटन का प्रस्ताव बनाकर राज्य सरकार को भेजकर जमीन आवंटन करने का अनुरोध किया था। लेकिन राज्य सरकार द्वारा कार्यवाही मे देरी होने पर स्थानीय लोगो ने धरने प्रदर्शन किया था। उक्त लोगो ने वक्फ बोर्ड चैयरमैन डा.खानू खान से परिषद के प्रस्ताव को मंजूर करवा कर आदेश जारी करने का अनुरोध किया था। डा.खानू खान ने तत्परता दिखाते हुये भागदौड़ करके सरकार से जमीन आवंटन का आदेश आज जारी करवाने पर क्षेत्रवासी उनका आभार व्यक्त कर रहे है।
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