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293 रोगियों का हुआ मोबाईल ओपीडी सेवा इलाज चिकित्सा विभाग  की ओर से शुरू की गई है मोबाईल ओपीडी यूनिट सेवा


सीकर।
                  आमजन के इलाज के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से मोबाईल ओपीडी यूनिट सेवा शुरू की गई है। इसके तहत मोबाईल मेडिकल वैन व यूनिट द्वारा गुरूवार को गांवों में शिविर लगाए और रोगियों का चिकित्सकों ने उपचार कर निशुल्क दवाइयां दी।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अजय चौधरी ने बताया कि गुरूवार को आठ ब्लॉकों के गांवों में लगाए शिविरों में 119 पुरूष, 133 महिलाएं और 41 बच्चों का मोबाइल ओपीडी यूनिट सेवा के तहत उपचार किया गया। इस दौरान 17 गर्भवती महिलाओं के भी स्वास्थ्य की जांच की गई। गांवों में लगे शिविर में 88 लोग खांसी से पीडित पाए गए। वहीं 11 बुखार, 10 मधूमेह और 22 हाइपर टेंशन से ग्रसित पाए गए। इन सभी रोगियों का उपचार कर निशुल्क दवा उपलब्ध करवाई गई है। 
सीएमएचओ डॉ चौधरी ने बताया कि कोविड 19 संक्रमण और लॉक डाउन को देखते हुए जिन गांवों में चिकित्सा सेवाओं की पहुंच कम है। वहीं लॉकडाउन के कारण आमजन अस्पताल नहीं पहुंच सकते हैं, उन गांवो में लोगों को प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से राज्य सरकार की ओर से मोबाइल ओपीडी यूनिट वाहन सेवा शुरू की है। इसके तहत विभाग की एमएमवी व एमएमयू द्वारा आमजन को प्राथमिक चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराई गई। 
दांता ब्लॉक के करनीपुरा गांव में लगे शिविर में 68 रोगियों का उपचार किया। वहीं 3 गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य जांच की गई। यहां पर 20 पुरूष, 39 महिलाएं और नौ बच्चों का चिकित्सकों द्वारा उपचार किया गया। इसी प्रकार पिपराली ब्लॉक में हरनाथ सिंह की ढाणी में लगे शिविर में 27 पुरूष, 21 महिलाएं और सात बच्चों सहित 55 रोगियों का उपचार किया गया। यहां पर एक गर्भवती महिला की भी स्वास्थ्य जांच की गई। कूदन ब्लॉक के लाडवा गांव में लगे शिविर में 16 पुरूष, 12 महिलाएं और तीन बच्चों का उपचार किया। यहां पर एक गर्भवती की जांच की गई।
सीएमएचओ डॉ चौधरी ने बताया कि लक्ष्मणगढ ब्लॉक के ढोलास ग्राम में आयोजित शिविर में लक्ष्मणगढ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के मेडिकेयर रिलीफ़ सोसायटी प्रभारी डॉ राधेश्याम र्मौय के नेतृत्व में चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ द्वारा 10 पुरुषों,  17 महिलाओ तथा 3 बच्चो की स्वास्थ्य जांच कर निशुल्क दवा दी गई। इसी प्रकार फतेहपुर ब्लॉक के गांव बागास में लगे शिविर में 41 रोगियों का इलाज किया गया। इनमें 10 पुरूष, 20 महिलाए और 11 बच्चे शामिल हैं। यहां पर एक गर्भवती महिला के भी स्वास्थ्य की जांच की गई। खंडेला ब्लॉक के दायरा गांव में लगे शिविर में 11 पुरूष, 10 महिलाए और दो बच्चों का इलाज किया। यहां पर चार गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की जांच की गई। श्रीमाधोपुर ब्लॉक के बगरियावास गांव में 15 पुरूष, 17 महिलाएं और 5 बच्चों का उपचार किया। वहीं 6 गर्भवती महिलाओं को भी सेवाएं दी गई।


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