व्यापार एवं निर्यात बढ़ाने के लिए अमेरिका और यूरोपीय यूनियन पर निर्भरता से बचे भारत : संसदीय समिति

नयी दिल्ली, ::  संसद की एक समिति ने सरकार को देश का व्यापार और निर्यात बढ़ाने के लिये मात्र अमेरिका और यूरोपीय संघ पर निर्भरता बनाए रखने से बचने का सुझाव दिया है।


वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय तथा उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग से संबंधित समिति ने बुधवार को संसद में पेश की गयी दो रिपोर्ट में निर्यात में गिरावट और अस्थिरता पर चिंता व्यक्त करते हुये कहा गया है कि भारत को देश का व्यापार एवं निर्यात को बढ़ावा देने के लिए अमेरिका और यूरोपीय संघ पर ही निर्भरता से बचना चाहिए।


राज्यसभा सदस्य वी विजयसाई रेड्डी की अध्यक्षता वाली इस समिति ने वैश्विक निर्यात श्रृंखला से श्रमिकों की निर्भरता वाले औद्योगिक क्षेत्रों को सीधे तौर पर जोड़ने की सिफारिश की है। इसके अलावा समिति ने निर्यात योजनाओं को लघु एवं सूक्ष्म उद्योगों के मंत्रालय से जोड़ने की सिफारिश की है।


समिति ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को प्रभावी तौर लागू करने की जरूरत पर बल देते हुए निर्यात पर लगने वाले विभिन्न प्रकार के शुल्क और कर की वापसी तथा भूमि अधिग्रहण संबंधी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की सिफारिश की है।


इन रिपोर्टों में विनिर्माण क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में गिरावट का जिक्र करते हुए ‘मेक इन इंडिया’ अभियान के बाद स्थिति में हाल में सुधार आने की भी बात कही गयी है। समिति ने विशेष औद्योगिक क्षेत्रों के विकास की धीमी गति पर समिति ने नाखुशी जाहिर करते हुए मंत्रालय को इस प्रक्रिया को तेज करने की सिफारिश की है।


समिति ने वाणिज्य औद्योगिक संवर्द्धन एवं आंतरिक व्यापार विभागों को अपर्याप्त बजट आवंटन पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि इससे इन विभागों के लक्ष्य प्रभावित होंगे। भाषा निर्मल 


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