विंध्याचल धाम में रोका गया दर्शन पूजन

मिर्जापुर (उत्तर प्रदेश), :: नवरात्रि के प्रथम दिन बुधवार को विंध्यवासिनी देवी का मंदिर श्रृंगार के बाद बंद कर दिया गया और कोई दर्शन पूजन नहीं हुआ।


पंडा समाज के अध्यक्ष पंकज द्विवेदी ने बताया कि उनकी जानकारी में यह पहली बार हुआ है कि देवी का दर्शन पूजन रोका गया हो।


द्विवेदी ने कहा कि कोरोना वायरस के चलते जब पूरे देश में लॉकडाउन है, देश के सभी बड़े मंदिर और पर्यटन स्थल बंद हैं, ऐसे में विंध्याचल धाम को भी एक सप्ताह पूर्व ही बंद कर दिया गया था।


उन्होंने बताया, ‘‘नवरात्रि को देखते हुए प्रशासन ने पूरी तरह से प्रयास किया था कि दर्शन के लिए बाहर से श्रद्धालु ना आएं। इसके लिए प्रशासन ने पंडा समाज के साथ-साथ स्थानीय नागरिकों का भी सहयोग लिया था कि वे पारंपरिक रूप से हर नवरात्रि में देवी का दर्शन व पाठ करने आने वालों को फोन आदि से सूचना देकर आने से मना करें।’’


द्विवेदी ने बताया कि 1961 में चेचक महामारी फैलने के कारण मंदिर में दर्शन पूजन बंद था लेकिन उस दौरान मंदिर बंद नहीं किया गया था।


उन्होंने बताया, ‘‘विंध्याचल में दो नवरात्रि होते हैं। एक चैत्र नवरात्रि और दूसरा शारदीय नवरात्रि। चैत्र नवरात्रि के दौरान मंदिर में भीड़ ज्यादा होती है और करीब 10 से 15 लाख के बीच दर्शन को लोग आते हैं।’’ 


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