शिलांग के कुछ हिस्सों में रात में लगा कर्फ्यू हटा, स्थिति अब भी तनावपूर्ण

शिलांग,  ::  मेघालय की राजधानी में हिंसक झड़पों के बाद शनिवार रात लगाया गया कर्फ्यू रविवार को सुबह आठ बजे हटा लिया गया।


अधिकारियों ने बताया कि लुमदिएंगजरी एवं सदर पुलिस थाना क्षेत्रों और कैंटोनमेंट बीट हाउस इलाकों में अब भी अनिश्चितकालीन कर्फ्यू जारी है।


उन्होंने बताया कि यह कर्फ्यू पूर्वी खासी हिल्स जिले के इचामति में शुक्रवार को और शिलांग के लेवदुह बाजार में शनिवार को हुई अलग-अलग घटनाओं में दो लोगों की मौत के बाद शनिवार रात नौ बजे से लगाया गया था।


इन दो मौतों, खासकर खासी स्टूडेंट्स यूनियन (केएसयू) के कार्यकर्ता की मौत के बाद से स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। भारत-बांग्लादेश सीमा से करीब इचामति इलाके में छात्र संघ के सदस्यों और गैर-आदिवासियों के बीच हुई झड़प में कार्यकर्ता की मौत हुई थी।


पूर्वी खासी हिल्स जिले के अधिकारियों ने बताया कि लुमदिएंगजरी एवं सदर पुलिस थाने के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों और कैंटोनमेंट बीट हाउस में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने के भय के चलते कर्फ्यू लगाया गया है।


जिला मजिस्ट्रेट मतसिएवदोर डब्ल्यू नोंगबरी ने एक आदेश में कहा, “शांति एवं सौहार्द बिगड़ने की आशंका है जिससे जान-माल को नुकसान हो सकता है..मैं इन इलाकों में एक मार्च को सुबह आठ बजे से अगले आदेश तक कर्फ्यू लगाने की घोषणा करता हूं।”


अधिकारियों ने बताया कि खासी और जयंतिया हिल्स क्षेत्र के छह जिलों में मोबाइल इंटरनेट और संदेश भेजने की सेवाओं पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी गई है ताकि कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने वाली अफवाहों पर लगाम लग सके।


जिले की पुलिस अधीक्षक क्लॉडिया लिंगवा ने कहा कि शुक्रवार को इचामति में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ और इनर लाइन परमिट (आईएलपी) को लागू करने की मांग को लेकर आयोजित एक रैली के दौरान केएसयू सदस्यों और गैर आदिवासियों के बीच झड़प हो गई थी।


उन्होंने कहा कि इस मामले में आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है और घटना की जांच के लिए मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दे दिए गए हैं।


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