सीएए-एनआरसी विरोधी आंदोलनकारियों की तस्वीरों को सरकार द्वारा चैराहों पर लगाना गैर कानूनी : शाहनवाज आलम

लखनऊ, । लखनऊ के सीएए-एनआरसी विरोधी आंदोलनकारियों की तस्वीरों को सरकार द्वारा चैराहों पर लगाए जाने को गैर कानूनी बताते हुए कांग्रेस ने इसे अपने विरोधियों के चरित्र हनन की गंदी राजनीति बताया है। शाहनवाज आलम ने कहा कि सीएए-एनआरसी का पूरा मामला माननीय न्यायालय में विचाराधीन है। जब तक न्यायालय किसी को दोष सिद्ध साबित नहीं करता सरकार को यह अधिकार नहीं है कि वह किसी भी नागरिक का चरित्र हनन करे।


उत्तर प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश चेयरमैन शाहनवाज आलम ने जारी बयान में कहा है कि जिन कथित आरोपियों की जमानत पर सुनवाई के समय अदालत ने योगी सरकार और पुलिस को ही कटघरे में खड़ा किया, जिनके खिलाफ सरकार कोई कमजोर सुबूत भी नहीं दे पाई उन लोगों के नाम का पोस्टर किसी अपराधी की तरह शहर में चस्पा कराकर सरकार ने खुद अदालत की अवमानना की है जिसे अदालत को स्वतः संज्ञान लेना चाहिए।
शाहनवाज आलम ने कहा कि जिनकी तस्वीरें नाम और पता पोस्टर पर हैं उनके खिलाफ योगी सरकार अपने गुंडों को उकसा रही है। उनकी सुरक्षा को सरकार से खतरा है इसलिए अदालत उनको सुरक्षा उपलब्ध कराए।
उन्होंने कहा कि अगर इन लोगों या इनके परिजनों के ऊपर किसी भी तरह की हिंसा होती है तो इसके लिए सीधे मुख्यमंत्री योगी जिम्मेदार होंगे।


शाहनवाज आलम ने कहा कि अजय मोहन सिंह बिष्ट उर्फ योगी आदित्यनाथ के ऊपर खुद गोरखपुर, आजमगढ़, मऊ सिद्धार्थ नगर में दंगा, आगजनी के मुकदमे दर्ज हैं जिनमें आम लोगों का करोड़ों का नुकसान हुआ था। अगर उन्हें यही तरीका पसन्द है तो इसकी शुरूआत खुद से करनी चाहिए और लोगों को हर्जाना देना चाहिए।


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