सरकार के राहत पैकेज ने बाजार को दी मजबूती, दर्ज हुआ कई साल का सबसे अच्छा ‘तीन दिन’
मुंबई, :: सरकार के बहुप्रतीक्षित राहत पैकेज की घोषणा के बाद बाजार की धारणा में सुधार हुआ। इसके दम पर घरेलू शेयर बाजारों में लगातार तीसरे दिन जारी रही। इस तरह ये तीन दिन घरेलू शेयर बाजारों के लिये कई साल के सबसे अच्छे ‘तीन दिन’ बन गये।
बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1,410.99 अंक यानी 4.94 प्रतिशत मजबूत होकर 29,946.77 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 1,564 अंक से अधिक मजबूत हुआ था।
इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 323.60 अंक यानी 3.89 प्रतिशत उछलकर 8,641.45 अंक पर बंद हुआ।
सोमवार को अब तक की सबसे बड़ी गिरावट में से एक के बाद पिछले तीन दिन में सेंसेक्स में 3,965.53 अंक यानी 15.26 प्रतिशत का सुधार हुआ है। इसी तरह निफ्टी में भी 1,031.20 अंक यानी 13.55 प्रतिशत की तेजी आयी है।
सेंसेक्स की कंपनियों में इंडसइंड बैंक में सर्वाधिक 46 प्रतिशत की तेजी आयी। इसके अलावा भारती एयरटेल, एलएंडटी, बजाज फाइनेंस, कोटक महिंद्रा बैंक, बजाज ऑटो, हिंदुस्तान यूनिलीवर और एचडीएफसी में 10 प्रतिशत तक की तेजी आयी।
वहीं दूसरी तरफ मारुति सुजुकी, टेक महिंद्रा, सन फार्मा और रिलायंस इंडस्ट्रीज नुकसान में रहीं।
बीएसई के सभी समूहों में तेजी आयी। दूरसंचार, पूंजीगत वस्तुएं, बैंकिंग, वित्त, रियल्टी और एफएमसीजी में 10 प्रतिशत तक की तेजी आयी।
कोरोना वायरस महामारी रोकने को लेकर 21 दिन के बंद के आर्थिक प्रभाव से निपटने के लिये वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1.70 लाख करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की।
इस पैकेज में गरीब परिवारों को अगले तीन महीने तक मुफ्त अनाज और रसोई गैस देना, गरीब महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों को आर्थिक मदद तथा कर्मचारियों को नकदी उपलब्ध कराना शामिल हैं।
आशिका स्टॉक ब्रोकिंग के अध्यक्ष (इक्विटी शोध) पारस बोथरा ने कहा, ‘‘अमेरिका में दो हजार अरब डॉलर के पैकेज तथा घरेलू स्तर पर भी राहत पैकेज की उम्मीद में घरेलू बाजार लगातार दूसरे दिन तेजी हुए थे। वित्त मंत्री ने गरीबों और जरूरतमंदों के लिये 1.75 लाख करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की है। हालांकि इसमें कॉरपोरेट या एमएसएमई के लिये उपाय नहीं किये गये हैं। इसके बाद रिजर्व बैंक के द्वारा उपाय किये जाने के भी अनुमान हैं।’’
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी.के. विजयकुमार ने कहा, ‘‘यह पैकेज लॉकडाउन से प्रभावित लोगों के लिये है। सरकार इन्हें प्राथमिकता दे रही है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘उद्योग केंद्रित उपायों की घोषणा अगले पैकेज में की जा सकती है। लॉकडाउन को लागू करने में यह कारगर हो सकता है।’’
कारोबारियों के अनुसार कारोबार के दौरान उतार-चढ़ाव रहा। इसका कारण वायदा एवं विकल्प खंड में मार्च महीने का अनुबंध आज समाप्त हुआ।
एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई, हांगकांग, तोक्यो और सोल नुकसान में रहे। यूरोप के प्रमुख शेयर बाजारों में भी शुरूआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा।
इस बीच, रुपया 57 पैसे की तेजी के साथ 75.37 रुपये प्रति डॉलर पर चल रहा था। ब्रेंट क्रूड का भाव 2.15 प्रतिशत टूटकर 26.80 डॉलर प्रति बैरल पर चल रहा था।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के मामलों की संख्या बढ़कर 649 पर पहुंच गयी है। इससे मरने वालों की संख्या भी 13 हो गयी है।
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