सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

सभी राजनीतिक बंदियों को रिहा किया जाए : राणा

श्रीनगर, :: जम्मू से नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने इसके प्रांतीय अध्यक्ष देवेन्द्र सिंह राणा के नेतृत्व में रविवार को पार्टी अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला से मुलाकात की जिन्हें सात महीने तक हिरासत में रखे जाने के बाद रिहा किया गया है।


नेकां के एक नेता ने बताया कि जम्मू से नेशनल कांफ्रेंस के नेताओं ने अब्दुल्ला से यहां उनके गुपकार आवास पर मुलाकात की और बैठक करीब आधे घंटे तक चली।


उन्होंने कहा कि नेताओं ने पार्टी अध्यक्ष की सेहत की जानकारी ली और जम्मू-कश्मीर से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा की।


अब्दुल्ला के आवास के बाहर संवाददाताओं से बात करते हुए राणा ने कहा कि सभी राजनीतिक बंदियों को रिहा किया जाना चाहिए ताकि केंद्र शासित क्षेत्र में वास्तविक राजनीतिक गतिविधियां हो सकें।


राणा ने कहा, ‘‘फारूक अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर में मुख्यधारा की राजनीति के प्रतीक हैं और उनकी रिहाई स्वागतयोग्य कदम है। हमारी मांग है कि सभी राजनीतिक बंदियों को रिहा किया जाए ताकि वास्तविक राजनीतिक गतिविधियां शुरू हो सकें। नेकां ने हमेशा लोकतंत्र और लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास किया है, इसका रूख लोकतंत्र को मजबूत करने का रहा है और पार्टी जम्मू-कश्मीर के लोगों की इच्छाओं और आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करती है तथा करती रहेगी।’’


पूर्व वित्त मंत्री अल्ताफ बुखारी के नेतृत्व में नये राजनीतिक दल ‘जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी’ के उदय के बारे में पूछे जाने पर नेकां नेता ने कहा, ‘‘लोकतंत्र में जितना अधिक हो, उतना ही अच्छा है। लेकिन लोग सर्वोपरि हैं और वे निर्णय करेंगे कि कौन यहां शासन करेगा।’’


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...

इफ्तार पार्टियों का आयोजन लगातार जारी।

  सीकर-राजस्थान।        जनपद मे माहे रमजान शुरू होने के साथ ही अनेक सामाजिक व शेक्षणिक संस्थाओं के अलावा व्यक्तिगत लोगो द्वारा इफ्तार का आयोजन का सीलसीला जारी है।    इस सीलसीले के तहत सीकर शहर मे आज इतवार को सीकर में पंचायत शेखावाटी लीलगरान और युवा कमेटी की तरफ से रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन सय्यदा मस्जिद फतेहपुर रोड़ भैरुपुरा कच्चा रास्ता सीकर में किया गया। ,जिसमे सैकड़ों रोजेदारों ने शिरकत की और प्रदेश में अमन चैन की दुआ मांगी,इफ्तार के बाद मगरिब की नमाज पढ़ी गई।

इंडिया गठबंधन की सफलता में अल्पसंख्यकों की सबसे बड़ी भूमिका- शाहनवाज़ आलम

  लखनऊ, 12 जून 2024 . लोकसभा चुनाव में भले जीत एनडीए की हुई हो लेकिन राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी को देश ने नेता माना है. इंडिया गठबंधन को मिली सफलता में अल्पसंख्यक समुदाय खासकर मुस्लिम समुदाय का सबसे बड़ा रोल है जिसे अल्पसंख्यक कांग्रेस ने अंजाम दिया. ये बातें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने अल्पसंख्यक कांग्रेस द्वारा आयोजित आभार और चुनाव समीक्षा बैठक में कहीं. बैठक को संबोधित करते हुए अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने कहा कि अल्पसंख्यक वर्ग के साथ दलित, पिछड़े और अति पिछड़े वर्गों ने राहुल और प्रियंका गाँधी के सामाजिक न्याय, सीएए- एनआरसी विरोधी स्टैंड, जातिगत जनगणना, आरक्षण पर लगे 50 प्रतिशत की पाबंदी को हटाने के लिए किये गए वादों से प्रभावित होकर वोट दिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस इन तबकों के सवालों पर लगातार संघर्ष करती रहेगी.  शाहनवाज़ आलम ने कहा कि सीएसडीएस के आंकड़ों से यह साबित हुआ है कि पूरे देश में मुसलमान, दलित और पिछड़े कांग्रेस के मुख्य बेस वोटर रहे. वहीं कथित ऊँची जातियों का 70 प्रतिशत वोट भाजपा को गया. इस सवर्ण वोट बैंक को कां...