प्रदेश में हुई रिकार्ड बारिश, ओलावृष्टि एवं तेज हवाओं से किसानों की 50प्रतिशत से अधिक फसलें हुईं बर्बाद: अजय कुमार लल्लू


लखनऊ :: प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष श्री अजय कुमार लल्लू जी ने ने रिकार्डतोड़ असमय वर्षा, ओलावृष्टि, आकाशीय बिजली आदि से प्रदेश के विभिन्न जनपदों में असमय हुई लगभग चार दर्जन दुःखद मौतों पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए प्रदेश सरकार से मृतकों के पीड़ित परिजनों को तत्काल 20-20 लाख रूपये आर्थिक मुआवजा दिये जाने की मांग की है। 



उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री अजय कुमार लल्लू जी ने कहा है कि मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एक तरफ जहां बेमौसम बरसात, ओलावृष्टि और तेज हवा के चलने के चलते मौसमी हादसे में सीतापुर, लखीमपुर, जौनपुर, बाराबंकी, सोनभद्र और बहराइच सहित लगभग एक दर्जन जनपदों में लगभग चार दर्जन लोगों की दुःखद मौतें हो गयी हैं, वहीं इस मौसमी हादसे से गेहूं, जौ, मटर, चना, मसूर और सरसों की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गये हैं एवं आम की फसल को भी व्यापक नुकसान हुआ है। अधिक वर्षा और ओलावृष्टि से आलू की तैयार फसल खेतों में सड़ रही है, जिसके चलते प्रदेश का किसान व्यथित हैं और तबाही एवं बर्बादी का दंश झेलने के लिए मजबूर है।  


 श्री अजय कुमार लल्लू जी ने कहा कि उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी का अलग-अलग प्रतिनिधिमंडल जनपदवार मौसमी हादसे की वस्तुस्थिति की जानकारी प्राप्त करने के लिए आज विभिन्न जनपदों में पहुंचेगा एवं उन जनपदों में हुए हादसें में मृतकों के पीड़ित परिजनों से मिलकर कांग्रेस पार्टी की ओर से शोक संवेदना व्यक्त करेंगे एवं प्रशासन पर दबाव बनाकर जल्द से जल्द मृतकों के पीड़ित परिजनों को आर्थिक मुआवजा दिलाने हेतु प्रयास करेंगे, इसके साथ ही बर्बाद हुई फसलों का आर्थिक मुआवजा दिलाने हेतु प्रशासन पर दबाव बनायेंगे एवं अपनी सम्पूर्ण रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस कमेटी को सौंपेंगे।


उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री अजय कुमार लल्लू जी के निर्देशानुसार विभिन्न जनपदों के लिए गठित प्रतिनिधिमंडल के तहत जनपद सीतापुर में पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री रामलाल राही, पूर्व एमएलसी श्री हरीश बाजपेयी, प्रदेश सचिव श्री कुमुद गंगवार, श्री उत्कर्ष अवस्थी, श्री संतोष भार्गव, श्री विनीत दीक्षित एवं श्री आशीष गुप्ता शामिल हैं। इसी प्रकार जनपद लखीमपुर में पूर्व सांसद श्री जफर अली नकवी, श्री प्रहलाद पटेल, श्री राघवेन्द्र सिंह, सुश्री सुजीता कुुमारी, श्री मोहनचन्द्र उप्रेती, श्रीमती शिप्रा अवस्थी, श्री सिद्धार्थ त्रिवेदी, श्री रिसाल अहमद, जनपद बाराबंकी में पूर्व विधायक श्रीमती राजलक्ष्मी वर्मा, श्री नईम अहमद सिद्दीकी, श्री तनुज पुनिया, श्री मोहम्मद मोहसिन, श्री राजेन्द्र प्रसाद वर्मा, श्री अमरनाथ मिश्रा, श्री ज्ञानेश शुक्ला, जनपद जौनपुर में जिलाध्यक्ष श्री फैसल हसन तबरेज, शहर अध्यक्ष श्री सौरभ शुक्ला, श्री राजेश गौतम, श्री इन्द्रमणि दुबे, श्री देवानन्द मिश्रा, श्री लालजी चैहान, श्री महेन्द्र कुमार, श्री आनन्द सेठ, श्री सुरेन्द्र वीर विक्रम, जनपद बहराइच में श्री भगत राम मिश्रा, श्री चन्द्रशेखर सिंह आजाद, शेख जकरिया, श्री अली अकबर, श्री जयकृष्ण मौर्या, श्री दुर्गविजय सिंह मान, श्री आदर्श अग्रवाल, जनपद सोनभद्र में जिलाध्यक्ष श्री रामराज गोंड, श्री नामवर सिंह कुशवाहा, श्री ज्ञानेन्द्र तिवारी, श्री अनिल सिंह, श्री सोनी गुप्ता, श्री नूरूद्दीन खान, श्री जितेन्द्र पासवान, श्री दयाशंकर पाण्डेय पाण्डेय शामिल हैं।


देवरिया में किसान जनजागरण अभियान के तहत आयोजित पदयात्रा में शामिल होकर आयोजित सभा को सम्बोधित करते हुए प्रदेश कांगे्रस अध्यक्ष श्री अजय कुमार लल्लू जी ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार की किसान विरोधी नीतियों के चलते पिछले तीन वर्षों में प्रदेश में लगभग 12 हजार किसानों ने आत्महत्या की है। उन्होने कहा कि जब भाजपा सत्ता में नहीं थी तो कहती थी कि हमारी सरकार बनी तो किसानों की आय दुगुनी करेंगे, गन्ने का दाम 400 रू0 प्रति कुंतल देंगे, सारी बन्द चीनी मिलों को चालू करेंगे, तीन वर्ष बीत जाने के बाद भी कुछ नहीं किया। बैतालपुर, गौरीबाजार, भटनी और देवरिया की चीनी मिल चालू करने की बात की लेकिन तीन साल बीत जाने पर किसानों के आन्देालन करने पर भी सरकार के कान में जूं नहीं रेंगी और सरकार के मंत्रियों और मुख्यमंत्री ने किसानों की पीड़ा नहीं सुनी। 1991 में भाजपा की सरकार थी सरकार ने देवरिया मंे और 2001 में पडरौना में गन्ना किसानों पर गोली चलवायी। गन्ने का 8400 करोड़ रूपये गन्ना मूल्य के बकाये को अभी तक किसानों को नहीं दे रही है। तीन वर्ष से लगातार ओलावृष्टि और असमय वर्षा से किसानों की फसल बर्बाद हो रही है। गेहूं, सरसों, आलू बर्बाद हो गया लेकिन मुख्यमंत्री मौनी बाबा बनकर तमाशा देख रहे हैं।


प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि तीन साल से किसान फसल बीमा का लाभ इस सरकार ने नहीं दिलाया। किसान सम्मान निधि के लिए किसान तहसीलों के चक्कर लगा रहा है। चुनाव के समय प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और मंत्री सब चैकीदार बन गये और सरकार बनने पर आवारा पशुओं के चलते किसानों को पहरेदार बना दिया। उन्होने कहा कि कांग्रेस का कार्यकर्ता इस बात के लिए संकल्पित है कि किसानेां के हितों के लिए चाहे लाठी खाना पड़े और जेल जाना पड़े तो वह तैयार है।

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