पूर्व विधायक नंद किशोर महरिया ने सरकार से भय का माहोल खत्म व कोराना से किसी भी रुप से प्रभावित लोगो की मदद की अपील की।
सीकर/फतेहपुर।
फतेहपुर के पूर्व विधायक नंद किशोर महरिया ने सरकार से अपील की है कि अपने घर से दूर देश के अलग अलग हिस्सों में फँसे मज़दूरों को उनके घरों तक पहुँचाने की व्यवस्था करे या यह सुनिश्चित करे कि वो जहाँ भी है वहाँ उनके साथ कोई बुरा बर्ताव ना हो उन्हें स्वास्थ्य व भोजन सुविधा और बुनियादी ज़रूरत की चीज़ें स्थानीय प्रशासन व जनसहयोग से मिलती रहना सुनिश्चित करते हुये उनमे विश्वास पैदा करे।
महरिया ने आगे कहा कि देश की रीढ़ माने जाने वाले मजदूरों को आज जिस तरह से मजबूरन इकट्ठा होना व भय के माहोल मे रहना या भागना पड़ रहा है। इनके जाने के लिये कभी बसे लगायी जा रही है तो कभी बसे बंद की जा रही हैं इन सबको देखते हुए लग रहा है कि स्थिति सरकार के कंट्रोल से भारत भर मे बाहर होती जा रही है। और जनता को ख़ास तौर से मज़दूर व गरीब वर्ग को जो इस कोरोना के दलदल मैं फँसता जा रहा है और उसको इससे बाहर निकालना बड़ा मुश्किल नज़र आ रहा है ऐसे में सरकार को चाहिए कि जितना जल्द हो सके कंट्रोल पेरा मिलट्री फोर्सेज या सीधे तोर पर आर्मी के हाथ में दे दे या उनकी मदद ले। जिससे आने वाले भविष्य में स्थितियां पूरी तरह क़ाबू में रहे। महरिया ने कहा कि अब बन रहे हालात को देखते हुये यह काम सरकार को करना तो पड़ेगा पर जितना जल्दी से करेगी उतना ही देश को नुक़सान कम होगा। महरिया ने प्रधानमंत्री को तीन मार्च को ही ट्विटर व पत्र के मार्फत अवगत कराते हुये लिखा था कि भारत मे जो कोराना वायरस आया है वो विदेश के आया है एवं आगे भी विदेशी या विदेश से आने वाले भारतीयों के मार्फत ही आयेगा। ऐसे समय मे तभी विदेश से आने वालो की ऐयरपोर्ट पर पूरी तरह चिकित्सा जांच व उन्हे कम से कम एक पंखवाड़ा आयसोलेशन मे रख लेने की बात सरकार मान लेती तो आज जो हालात बन चुके है। वो हालात बन नही पाते।
महरिया ने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्रियों से अपील की है कि भारत के मंदिर-मस्जिद-गिरजाघर-मठ-व दरगाहों सहित सभी धर्मो के अन्य धार्मिक स्थल जिनकी कमेटियों के खजाने मे काफी धन जमा है उसको दैश के मुश्किल हालात मे प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री राहत कोष मे जमा करके संकट मे उलझे लोगो को संकट से निकालने मे उपयोग मे लेना चाहिये। वही धार्मिक स्थलों के जिम्मेदारो , सक्षम लोगो व उधोगपतियों को भी स्वयं आगे आकर राहत कोष मे अधिका अधिक धन देना चाहिए। स्वय नंद किशोर महरिया ने अपने चार माह की पेंशन भी मुख्यमंत्री राहत कोष मे जमा करने को कहा है।
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