रामपुर :: उत्तर भारत में लगातार बारिश अब कहर बनकर बरप रही है जो अब चिंता का विषय बनता जा रहा है उत्तराखंड में लगातार बारिश होने से नदियों का जलस्तर अपनी चरम सीमा से भी ऊपर हो गया है जिसके कारण उत्तर प्रदेश से होकर जा रही नदियों में ड़ाम से पानी छोड़ा जा रहा है। आज देर शाम रामनगर बैराज से छोड़े गए पानी से रामपुर की कोसी नदी पर बना अस्थाई पुल क्षतिग्रस्त हो गया जिसके चलते यातायात बाधित हो गया है। दरअसल यह पुल रामपुर की तहसील टांडा को रामपुर से जोड़ता है जिस पर रोजाना हजारों की तादाद में वाहन निकलते थे। फिलहाल पुल के क्षतिग्रस्त हो जाने के बाद प्रशासन ने आने जाने वालों के लिए रास्तों को बंद कर दिया है और मौके पर पुलिस को तैनात कर दिया गया है ताकि कोई भी पुल तक ना जा सके। वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा बताया गया कि रामनगर बैराज से लगभग 12000 क्यूसेक पानी छोड़ा जाना है जिसमें पहले 5000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है और 7000 क्यूसेक पानी और छोड़ा जाएगा। जिसके चलते प्रशासन ने पुल से होकर गुजर रहे मार्ग पर बैरिकेडिंग की है और मौके पर प्रशासन को तैनात किया गया है ताकि कोई अप्रिय घटना ना हो सके।
इस संबंध में ग्रामीण सदर हुसैन ने बताया कच्चा पुल पानी बढ़ जाने की वजह से टूटा है बरसात में पुल टूट ही जाता है पुल टूटने से लोगों को खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा इस पुल से लगभग 25 से 30 गांव जुड़े हुए हैं। हजारों की तादाद में लोग यहां से गुजरते हैं फुल टूट जाने से अब बहुत परेशानियां बढ़ गई हैं।
इस संबंध में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कुमार गौरव ने बताया रामनगर से ज्यादा पानी छोड़ दिया गया है 5000 क्यूसेक की जानकारी मिल रही है पुल के दोनों ओर पानी भर गया है और उसका एक सिरा कट गया है अब ना तो पैदल का रास्ता रहा है और ना ही आवागमन का दोनों तरफ पुलिस बल और मैजिस्ट्रेट लगा दिए गए हैं ताकि ना कोई वाहन आए और ना ही कोई पैदल आए ताकि कोई हादसा ना हो पाए और उन्होंने कहा लोगों से अपील है अभी इस रास्ते का प्रयोग ना करें अगर कोई जाने वाला है तो प्राणपुर के रास्ते( दूसरा रास्ता) का प्रयोग करें ताकि कोई भी hadsa ना हो सके।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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