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केजीएमयू में कोरोना वायरस मरीजों के उपचार में जुटा जूनियर रेजीडेंट डॉक्टर भी संक्रमण की चपेट में आया

लखनऊ, : किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी :केजीएमयू: में कोरोना वायरस से पीड़ित दो मरीजों का इलाज कर रही टीम में शामिल एक जूनियर रेजीडेंट डाक्टर भी संक्रमण की चपेट में आ गया है। जांच में संक्रमण की पुष्टि के बाद रेजीडेंट डाक्टर को उपचार के लिए पृथक वार्ड में भर्ती कराया गया है।


इस बीच, केजीएमयू ने एमबीबीएस, बीडीएस और बीएसएसी नर्सिंग और पैरामेडिकल की कक्षायें दो अप्रैल तक के लिये स्थगित कर दी है। इस दौरान होने वाली परीक्षायें भी टाल दी गई हैं।


केजीएमयू के प्रवक्ता डा सुधीर कुमार सिंह ने 'भाषा' को बताया कि सभी शिक्षक, रेजीडेंट और कर्मचारियों का अवकाश प्रतिबंधित कर दिया गया है। केजीएमयू अस्पताल में ओपीडी पंजीकरण का समय सुबह 11 बजे तक कर दिया गया है। सभी विभागों को निर्देशित किया गया है कि आवश्यकता के अनुसार सभी को (शिक्षक, रेजीडेंट, नर्सिंग स्टाफ और कर्मचारियों) इस महामारी से निपटने के लिये कभी भी बुलाया जा सकता है।


केजीएमयू के प्रवक्ता डा सुधीर कुमार सिंह ने 'भाषा' को बताया कि केजीएमयू में कनाडा से लौटी एक महिला और उसके रिश्तेदार को कोरोना वायरस से संक्रमण के उपचार के लिए भर्ती कराया गया था। महिला से ही उसके रिश्तेदार को कोरोना का संक्रमण हुआ था। दोनों का केजीएमयू के पृथक वार्ड में उपचार किया जा रहा है। महिला की हालत स्थिर बनी हुई है।


उन्होंने बताया कि केजीएमयू में भर्ती दोनों मरीजों के उपचार के दौरान एक जूनियर रेजीडेंट डाक्टर ने जांच के लिए नमूने लिये थे, लेकिन कुछ दिन बाद डाक्टर में भी संक्रमण के कुछ लक्षण देखे गये। उन्होंने बताया कि इसके बाद डाक्टर की भी जांच कराई गई, जिसमें वह कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया। उन्होंने बताया कि जूनियर रेजीडेंट डाक्टर को पृथक वार्ड में रख इलाज किया जा रहा है।


उन्होंने बताया कि पृथक वार्ड में कार्य कर रहे अन्य सभी 14 कर्मियों की भी कोरोना वायरस संक्रमण की जांच कराई गई थी। ये सभी कोरोना जांच में निगेटिव मिले हैं।


डा. सिंह ने बताया कि कोराना वायरस के उपचार के लिए भर्ती महिला व उसके रिश्तेदार की सेहत में सुधार हो रहा है, लेकिन अभी वह अस्पताल में ही भर्ती हैं।


उधर, उप्र स्वास्थ्य सेवा निदेशालय के संयुक्त निदेशक डा. विकासेंदु अग्रवाल ने बताया कि 17 मार्च तक उप्र में कोरोना वायरस से संक्रमित रोगियों की संख्या 15 है। इसमें केजीएमयू के जूनियर रेजीडेंट डाक्टर को अभी शामिल नही किया गया है।


केजीएमयू के रजिस्ट्रार आशुतोष कुमार द्विवेदी ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुये सभी अंडर ग्रेजुएट कक्षाओं :एमबीबीएस, बीडीएस और बीएसएसी नर्सिंग और पैरामेडिकल की कक्षायें दो अप्रैल तक के लिये स्थगित कर दी गयी है। इस दौरान होने वाली परीक्षायें भी नही होंगी।


वहीं, प्रदेश में कोरोना वायरस के मद्देनजर सरकार ने राज्य में बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों के एक से लेकर आठवीं तक के सभी छात्र-छात्राओं को बिना परीक्षा अगली कक्षा में प्रोन्नत किए जाने का आदेश जारी किया है।


अपर मुख्‍य सचिव (शिक्षा) रेणुका कुमार ने बताया, 'बेसिक शिक्षा परिषद के तहत सभी स्कूलों को पहली से लेकर आठवीं क्लास तक के छात्रों को बिना परीक्षा कराए ही अगली कक्षा में प्रोन्नत किये जाने का निर्देश जारी कर दिया गया है। सभी स्कूल दो अप्रैल तक बंद रहेंगे।'


उन्होंने बताया कि 23 मार्च से 28 मार्च के बीच होने वाली परीक्षाएं निरस्‍त कर दी हैं। इसके साथ ही सभी छात्र छात्राओं को बिना परीक्षा दिए ही अगली कक्षा में प्रोन्नत किया जाएगा। इस पत्र को सभी परिषदीय स्‍कूल और सभी जिलों में भेज दिया गया है।


गौरतलब है कि योगी सरकार ने मंगलवार को कैबिनेट बैठक में यूपी के सभी पर्यटक स्थल 31 मार्च तक बंद रखने का फैसला किया। सरकार ने प्रदेश के सभी स्कूल और कॉलेज भी 2 अप्रैल तक बंद करने और प्रदेश में प्रतियोगी और उच्च माध्यमिक परीक्षाएं स्थगित करने के आदेश दिए।


कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए तहसील दिवस और जनता दर्शन कार्यक्रम पर भी 2 अप्रैल तक रोक लगाई गई है। प्रदेश में सभी सिनेमाघर, मल्टीप्लेक्स को भी बंद करने का आदेश दिया गया है।


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