धंधा है पर गंदा है ये, ड्रग इंस्पेक्टर के कारनामो का सच "व्यापारियों के रहनुमा प्रभारी मंत्री नंद गोपाल नंदी से लोगों की उम्मीद"

चित्रकूट। धर्मनगरी के लिए इनदिनों औषधि निरीक्षक दवा व्यापारियों के लिए काल साबित होते दिखाई पड़ रहे हैं। आपको बता दें कि औषधि निरीक्षक मनोज कुमार की शय पर ज़िले में एक दर्जन से ज़्यादा मेडिकल स्टोर मानक के विपरीत संचालित हो रहे हैं। सीतापुर एसबीआई बैंक के पास चल रहे एक तथाकथित मेडिकल स्टोर के मानकों के विपरीत नक्शा पास कर निरीक्षक ने मोटी रकम लेकर लाइसेंस जारी कर दिया है। स्टोर में नक्शे के विपरीत स्टोर धड़ल्ले से संचालित हो रहा है। औषधि निरीक्षक की काली कमाई की छांव में ऐसे तमाम मेडिकल स्टोर फलफूल रहे हैं। इतना ही नहीं निरीक्षक के शोषण के चलते तमाम दवा व्यापारियों ने अपना धंधा बदलकर अन्य व्यापारों की तरफ रुख कर लिया है तो कई इनके शोषण का आज भी शिकार हो रहे हैं। ऐसे में व्यापारियों के रहनुमा कहे जाने वाले चित्रकूट के प्रभारी मंत्री नंद गोपाल नंदी अब तक क्यों चुप्पी साधे हुए हैं यह बेहद चिंतनीय विषय है। फिलहाल दवा व्यापारियों में रोष देखने को मिल रहा है। 


 


टिप्पणियाँ