सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

बिहार भाजपा के पदाधिकारियों की नई टीम घोषित

पटना, ::  बिहार भाजपा के अध्यक्ष संजय जयसवाल ने शुक्रवार को नयी टीम की घोषणा की, जिसमें अधिकतर पदाधिकारी पुराने हैं। पदाधिकारियों की टीम में 12 उपाध्यक्ष और चार महासचिव समेत अन्य शामिल हैं।


नित्यानंद राय के स्थान पर वर्ष 2019 में अध्यक्ष नियुक्त किए गए जयसवाल ने यहां सूची को सार्वजनिक किया। जयसवाल पश्चिमी चंपारण से सांसद हैं और लोकसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक हैं।


पार्टी सूत्रों ने बताया कि कोरोना वायरस पर जारी परामर्श का पालन करते हुए घोषणा कार्यक्रम साधारण रहा। इस मौके पर चुने गए पदाधिकारियों और उनके समर्थकों को एकत्र नहीं होने दिया गया।


पदाधिकारियों में अजय निषाद, ओमप्रकाश यादव, राजेंद्र सिंह, राजेंद्र गुप्ता, मिथिलेश तिवारी, राधामोहन शर्मा, प्रमोद चंद्रवंशी, पिंकी कुशवाहा, नीतीश मिश्रा, राजेश वर्मा, राजीव रंजन और बेबी कुमारी को उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया।


वहीं, नागेंद्र जी सांगठनिक महासचिव के पद पर बने रहेंगे और शिव नारायण महतो उप महासचिव के तौर पर काम करेंगे।


जयसवाल ने राज्य के लिए चार महासचिव, 12 सचिव, एक सह कोषाध्यक्ष के अलावा नौ प्रवक्ताओं की टीम बनाई है। उन्होंने कई मोर्चा और प्रकोष्ठ के अध्यक्ष भी नियुक्त किए।


देवेश कुमार, जनक राम, संजीव चौरसिया और सुशील चौधरी को महासचिव नियुक्त किया गया।


12 सचिवों में रूप नारायण मेहता, अमृता भूषण, शंभूशरण पटेल, अजय यादव, पूनम शर्मा, शिला प्रजापति भी शामिल हैं।


प्रेम रंजन पटेल, संजय टाइगर, निखिल आनंद, अरविंद सिंह, अजफार शम्सी, मनोज शर्मा, अखिलेश सिंह, विवेकानंद पासवान और रामसागर सिंह को प्रवक्ता बनाया गया है।


दिलीप जयसवाल पार्टी के कोषाध्यक्ष जबकि श्यामा सिंह सह कोषाध्यक्ष होंगे। सुरेश रुंगटा को राज्य मुख्यालय का प्रभारी और सतपाल नरोत्तम कार्यालय सचिव बनाया गया है।


इन पदाधिकारियों के अलावा दुर्गेश सिंह युवा मोर्चा का नेतृत्व करेंगे जबकि लाजवंती झा को महिला मोर्चा का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...

इफ्तार पार्टियों का आयोजन लगातार जारी।

  सीकर-राजस्थान।        जनपद मे माहे रमजान शुरू होने के साथ ही अनेक सामाजिक व शेक्षणिक संस्थाओं के अलावा व्यक्तिगत लोगो द्वारा इफ्तार का आयोजन का सीलसीला जारी है।    इस सीलसीले के तहत सीकर शहर मे आज इतवार को सीकर में पंचायत शेखावाटी लीलगरान और युवा कमेटी की तरफ से रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन सय्यदा मस्जिद फतेहपुर रोड़ भैरुपुरा कच्चा रास्ता सीकर में किया गया। ,जिसमे सैकड़ों रोजेदारों ने शिरकत की और प्रदेश में अमन चैन की दुआ मांगी,इफ्तार के बाद मगरिब की नमाज पढ़ी गई।

इंडिया गठबंधन की सफलता में अल्पसंख्यकों की सबसे बड़ी भूमिका- शाहनवाज़ आलम

  लखनऊ, 12 जून 2024 . लोकसभा चुनाव में भले जीत एनडीए की हुई हो लेकिन राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी को देश ने नेता माना है. इंडिया गठबंधन को मिली सफलता में अल्पसंख्यक समुदाय खासकर मुस्लिम समुदाय का सबसे बड़ा रोल है जिसे अल्पसंख्यक कांग्रेस ने अंजाम दिया. ये बातें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने अल्पसंख्यक कांग्रेस द्वारा आयोजित आभार और चुनाव समीक्षा बैठक में कहीं. बैठक को संबोधित करते हुए अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने कहा कि अल्पसंख्यक वर्ग के साथ दलित, पिछड़े और अति पिछड़े वर्गों ने राहुल और प्रियंका गाँधी के सामाजिक न्याय, सीएए- एनआरसी विरोधी स्टैंड, जातिगत जनगणना, आरक्षण पर लगे 50 प्रतिशत की पाबंदी को हटाने के लिए किये गए वादों से प्रभावित होकर वोट दिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस इन तबकों के सवालों पर लगातार संघर्ष करती रहेगी.  शाहनवाज़ आलम ने कहा कि सीएसडीएस के आंकड़ों से यह साबित हुआ है कि पूरे देश में मुसलमान, दलित और पिछड़े कांग्रेस के मुख्य बेस वोटर रहे. वहीं कथित ऊँची जातियों का 70 प्रतिशत वोट भाजपा को गया. इस सवर्ण वोट बैंक को कां...