आज़म खान के करीबी रिटायर्ड सीओ आले हसन से एसआईटी ने घंटों की पूछताछ।

रामपुर :: सपा सांसद आजम खान की करीबी माने जाने वाले पूर्व सीओ आले हसन आज रामपुर के महिला थाने पहुंचे आपको बता दें सपा शासनकाल में आजम खान के मंत्री रहते आले हसन रामपुर के क्षेत्राधिकारी थे आले हसन पर आरोप है कि उन्होंने सपा नेता आजम खान के लिए जौहर यूनिवर्सिटी में किसानों की जमीन लेने के लिए अनैतिक दबाव बनाया था और आजम खान को फायदा पहुंचाने की नियत से कई किसानों को झूठे मुकदमों में फंसा कर जेल भेजा था। जिसके पीड़ित किसानों ने अब भाजपा सरकार में सपा नेता आजम खान और आले हसन को आरोपित करते हुए लगभग 26 मुकदमे दर्ज कराए हैं यह मुकदमे अलग-अलग 26 किसानों द्वारा दर्ज कराए गए हैं इसके अलावा प्रशासन द्वारा किसानों की जमीन के मामले में एक मुकदमा भी दर्ज कराया गया है साथ ही इस मामले में संबंधित थाना प्रभारी कुशल वीर का भी नाम सामने आया है फिलहाल सपा सांसद आजम खान एंड फैमिली अभी सीतापुर जेल में है किसानों के प्रकरण में लंबे समय से पुलिस के हाथ ना आने वाले आरोपी पूर्व सीओ आले हसन और तत्कालीन थाना प्रभारी कुशल वीर आज उक्त किसानों के दर्ज मामलों में बयान दर्ज कराने एसआईटी के समक्ष पहुंचे। एसआईटी टीम ने रामपुर के महिला थाने में दोनों से पूछताछ की और विभिन्न मामलों में विवेचना कर रहे विवेचकों ने उनसे जवाब तलब किये। वही मीडिया के सामने आते हुए आले हसन ने कहा हम डिसिप्लिन फोर्स हैं हम किसी पर कमेंट नहीं कर सकते स्ट्रगल कर रहे हैं और जीत सच्चाई की होगी।


रिटायर्ड क्षेत्राधिकारी आले हसन ने अपने ऊपर लगे आरोपों पर सफाई देते हुए कहा हमारे ऊपर मुकदमा लिखा दिया था कि हमने 14 साल पहले यूनिवर्सिटी के लिए लोगों की जबरदस्ती जमीन दिलवा दी हमारा कहना था जब 14 वर्ष पूर्व हमने जमीन दिलवाई थी तो हमारे खिलाफ शिकायत पहले क्यों नहीं की गई बीच में हालात बदले गवर्नमेंट बदली तो आपने शिकायत क्यों नहीं की क्योंकि हम डिसिप्लिन फोर्स हैं इसलिए किसी पर कोई कमेंट तो नहीं कर सकते स्ट्रगल कर रहे हैं और जीत स्ट्रगल करने के बाद सच्चाई की होती है। आले हसन ने बताया आज 27 मामले में उनसे पूछताछ की गई सिविल लाइन से मुताबिक जो मामला था उच्च न्यायालय ने हमसे कहा था कि आप 9 तारीख को जाएं और अपना बयान दर्ज कराएं उसके बाद जो निर्णय हाईकोर्ट से मिलेगा तो आएंगे। उन्होंने बताया जोहर  यूनिवर्सिटी की जमीन को लेकर 27 मामलों में हाई कोर्ट से स्टे है बाकी कुछ मामलों में उन्होंने एंटीसिपेटरी बेल ले ली है।उन्होंने कहा मेरे साथ ज्यात्ती हुई है मेरे खिलाफ मेरी पत्नी के खिलाफ मेरे बेटे के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ मैं राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया गया था मैंने पत्र के माध्यम से उन्हें सूचित किया और कहा मेरे परिवार को तो बर्बाद ना किया जाए। उन्होंने कहा मेरे नाम कोई जमीन तो है नहीं जो जमीन है वह यूनिवर्सिटी के नाम है तो लगाए गए सभी आरोप गलत हैं।

इस संबंध में अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने बताया आले  हसन के खिलाफ दर्जनों मामले हैं थाना अजीम नगर ,गंज ,कोतवाली में सिविल लाइंस में आज वो विवेचको के सामने उपस्थित हुए एसआईटी टीम जो अजीम नगर थाने के मुकदमों की तफ्तीश कर रही है उन मामलों में पूछताछ की है सिविल लाइंस और गंज के मामलों में भी पूछताछ हुई जैसे कि उनके विरुद्ध दर्ज मामलों की संख्या दर्जनों में है इसलिए यह लंबी पूछताछ होगी आज के बाद भी विभिन्न विवेचको ने उन्हें अलग-अलग तिथियों पर फिर नोटिस तमिल किया है आगे उसमें उपस्थित होंगे विवेचना में सहयोग करेंगे उनका बयान लिखा जाएगा साक्ष्य के आधार पर कार्रवाई होगी और अगर आज के नोटिस के बाद फिर गायब होते हैं तो न्यायालय को अवगत कराया जाएगा की विवेचना में सहयोग नहीं कर रहे हैं जैसे भी साफ होंगे उसके आधार पर पुलिस रिपोर्ट न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत की जाएगी।

 

अपर पुलिस अधीक्षक ने पूछताछ के बारे में बताया है कि यह सब बातें कैमरे के सामने डिस्कस नहीं कर सकते। उन्होंने बताया कुशल वीर भी उनके साथ थे उनसे पहले भी पूछताछ की जा चुकी है। आज दोनों से अलग-अलग मामलों में विवेचकों ने पूछताछ की है और आगे की पूछताछ के लिए तिथियां दी गई हैं उसके बाद जो साक्ष्य सामने आएंगे उनको न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।

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