लखनऊ । शहर के आईआईएसई ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन में, होली का उत्सव धूमधाम से मनाया गया। शनिवार को होली की उमंग में शिक्षण संस्थान रंगे नजर आए। स्कूल में अवकाश की घोषणा होने के बाद छात्र-छात्राएं, शिक्षक-शिक्षिकाएं और प्रबंधक होली के उल्लास से सराबोर दिखे। एक-दूसरे के चेहरे पर रंग-गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाएं दी ओर मिष्ठान का आनंद लिया। इस अवसर पर फिल्म इंस्टिट्यूट ऑफ़ इमिट्स के डायरेक्टर पी के सिंह ने कहा कि होली पर्व आपसी भाईचारे व प्यार का प्रतीक है। यह त्योहार लोगों में प्रेम और भाईचारे की भावना उत्पन्न करता है। इस दिन सभी को अपने मतभेदों को भूलाकर विभिन्न रंगों की भांति एक दूसरे से मिल जाना चाहिए। होली का पावन पर्व यह संदेश लाता है की मनुष्य अपने ईर्ष्या तथा परस्पर वैमनस्य को भुलाकर समानता व प्रेम का दृष्टिकोण अपनाएँ। मौज-मस्ती व मनोरंजन के इस पर्व में हँसी-खुशी सम्मिलित हों तथा दूसरों को भी सम्मिलित होने हेतु प्रेरित करें। यह पर्व हमारी संस्कृतिक विरासत है। हम सभी का यह कर्तव्य है कि हम मूल भावना को बनाए रखें ताकि भावी पीढिय़ाँ गौरवान्वित हो सकें।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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