सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

शरारती तत्वों से निपटते वक्त दिल्ली पुलिस को संयम बरतना चाहिए : शाह

नयी दिल्ली, :: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस को रविवार को सुझाव दिया कि उसे शरारती तत्वों से सख्ती से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए, लेकिन साथ ही “उकसावे” के बावजूद संयम से भी पेश आना चाहिए।


दिल्ली पुलिस के 73वें स्थापना दिवस पर शाह ने इसे देश और दुनिया के अग्रणी महानगरीय पुलिस बलों में से एक बताया जिसने अव्यवस्था पैदा करने की कोशिशों को सफलता से नाकाम किया है।


भारत के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल के 1950 के एक भाषण का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, “तमाम उकसावे और गुस्से के बावजूद, दिल्ली पुलिस को शांत रहना चाहिए लेकिन लोगों की रक्षा के लिए उसे शरारती तत्वों से सख्ती से निपटने को भी तैयार रहना चाहिए।”


गृह मंत्री ने कहा, “मेरा मानना है, कई मौकों पर दिल्ली पुलिस सरदार पटेल की इस सलाह को अमल में लाई है।”


उन्होंने बल की यह कहते हुए प्रशंसा की कि इसने स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस, त्योहार मनाने जैसे महत्वपूर्ण अवसरों और विदेशी अधिकारियों के दौरों के वक्त सरकार की मदद की है।


शाह ने कहा कि पुलिस की रचनात्मक आलोचना का हमेशा से स्वागत है लेकिन यह ध्यान में रखा जाना चाहिए कि 35 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों ने कर्तव्य निर्वहन करते हुए अपनी जान दी है।


गृह मंत्री ने अपने बयान में दिल्ली पुलिस के उन पांच कर्मियों को श्रद्धांजलि दी जिन्होंने 2001 में संसद पर हुए आतंकवादी हमले के दौरान अपनी जान गंवाई थी। इसके अलावा आतंकवादियों के साथ बटला हाउस मुठभेड़ में शहीद हुए इंस्पेक्टर एम सी शर्मा को भी उन्होंने श्रद्धांजलि दी।


कार्यक्रम में दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल और पुडुचेरी की उपराज्यपाल किरण बेदी, दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक और अन्य एजेंसियों के शीर्ष अधिकारी उपस्थित थे। इस मौके पर, गृह मंत्री ने दिल्ली पुलिस के अधिकारियों को सराहनीय सेवा के लिए पदक दिए।


शाह ने कहा कि दिल्ली सुरक्षित शहर परियोजना के तहत केंद्र ने राजधानी की सुरक्षा के लिए 857 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं।


उन्होंने कहा कि 165 थानों के अंतर्गत आने वाले इलाकों में करीब 10 हजार सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं तथा गृह मंत्रालय ने शहर में महिलाओं की सुरक्षा के लिए 9,300 कैमरे और लगाने की मंजूरी दी है।


पुलिस कल्याण के लिए उठाए गए कदमों के बारे में शाह ने कहा कि केंद्र ने आवासन के लिए 137 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं।


उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस स्वयं अपने कर्मियों के लिए 700 से अधिक आवासों का निर्माण कर रही है और भरोसा जताया कि आवासीय जरूरतों का मुद्दा निकट भविष्य में सुलझा लिया जाएगा।


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...

इफ्तार पार्टियों का आयोजन लगातार जारी।

  सीकर-राजस्थान।        जनपद मे माहे रमजान शुरू होने के साथ ही अनेक सामाजिक व शेक्षणिक संस्थाओं के अलावा व्यक्तिगत लोगो द्वारा इफ्तार का आयोजन का सीलसीला जारी है।    इस सीलसीले के तहत सीकर शहर मे आज इतवार को सीकर में पंचायत शेखावाटी लीलगरान और युवा कमेटी की तरफ से रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन सय्यदा मस्जिद फतेहपुर रोड़ भैरुपुरा कच्चा रास्ता सीकर में किया गया। ,जिसमे सैकड़ों रोजेदारों ने शिरकत की और प्रदेश में अमन चैन की दुआ मांगी,इफ्तार के बाद मगरिब की नमाज पढ़ी गई।

इंडिया गठबंधन की सफलता में अल्पसंख्यकों की सबसे बड़ी भूमिका- शाहनवाज़ आलम

  लखनऊ, 12 जून 2024 . लोकसभा चुनाव में भले जीत एनडीए की हुई हो लेकिन राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी को देश ने नेता माना है. इंडिया गठबंधन को मिली सफलता में अल्पसंख्यक समुदाय खासकर मुस्लिम समुदाय का सबसे बड़ा रोल है जिसे अल्पसंख्यक कांग्रेस ने अंजाम दिया. ये बातें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने अल्पसंख्यक कांग्रेस द्वारा आयोजित आभार और चुनाव समीक्षा बैठक में कहीं. बैठक को संबोधित करते हुए अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने कहा कि अल्पसंख्यक वर्ग के साथ दलित, पिछड़े और अति पिछड़े वर्गों ने राहुल और प्रियंका गाँधी के सामाजिक न्याय, सीएए- एनआरसी विरोधी स्टैंड, जातिगत जनगणना, आरक्षण पर लगे 50 प्रतिशत की पाबंदी को हटाने के लिए किये गए वादों से प्रभावित होकर वोट दिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस इन तबकों के सवालों पर लगातार संघर्ष करती रहेगी.  शाहनवाज़ आलम ने कहा कि सीएसडीएस के आंकड़ों से यह साबित हुआ है कि पूरे देश में मुसलमान, दलित और पिछड़े कांग्रेस के मुख्य बेस वोटर रहे. वहीं कथित ऊँची जातियों का 70 प्रतिशत वोट भाजपा को गया. इस सवर्ण वोट बैंक को कां...