जयपुर।
राजस्थान से चुने हुये वर्तमान दस राज्यसभा सदस्यो मे पूर्व प्रधानमंत्री सरदार डा. मनमोहन सिंह को छोड़कर बाकी सभी नो सदस्य भाजपा से तालूक रखते है। लेकिन 9-अप्रैल 2020 को नारायण लाल पचारीया, रामनारायण डुडी व विजय गोयल नामक जिन तीन सदस्यों का कार्यकाल पुरा हो रहा है। उन तीनो का तालूक भाजपा से होने के चलते वर्तमान विधानसभा सदस्यों की गणना अनुसार इनकी जगह दो सदस्य कांग्रेस व एक भाजपा से चुना जाना तय होने के चलते कांग्रेस मे उम्मीदवारी को लेकर इच्छुक नेताओं के भागदौड़ शुरु करने से अनेक नाम चर्चा मे आने लगे है। ज्यो ज्यो पर्चा भरने की आखिरी तारीख 13-मार्च नजदीक आती जा रही है, त्यो त्यो नेताओं की दिल्ली भागदौड़ व मुख्यमंत्री से मिलने का सीलसीला जौर पकड़ने लगा है।
हालांकि कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन की तारीख व जगह अभी तक तय नही हुई है। लेकिन मार्च के आखिर या फिर अप्रैल मे होने वाले अधिवेशन का भी राजस्थान मे होना लगभग तय माना जा रहा है। जिसमे राहुल गांधी को फिर से पार्टी अध्यक्ष बनाये जाने की पुरी सम्भावना जताई जा रही है। दूसरी तरफ इसी के मध्य 26-मार्च को होने वाले राजस्थान मे राज्यसभा चुनाव मे कांग्रेस की तरफ से दो उम्मीदवारों मे से एक नाम प्रियंका गांधी के होने की चर्चा के अलावा एक नाम किसी स्थानीय जाट नेताओ मे से होने की सम्भावना राजनीतिक समीक्षक जता रहे है।
राजस्थान मे भाजपा व कांग्रेस जैसी दो दलीय व्यवस्था वर्तमान समय मे होने के कारण अल्पसंख्यक मतो को गारंटेड मत माने जाने के चलते कांग्रेस से किसी अल्पसंख्यक उम्मीदवार के नाम की चर्चा तक नही है। लेकिन राजनीति के पारे को ऊपर नीचे करने की ताकत रखने वाली जाट बिरादरी से एक उम्मीदवार लगभग तय माना जा रहा है। भाजपा के मार्च-अप्रैल मे राजस्थान से दो राज्यसभा सदस्य कम हो जायेंगे वहीँ 2022 मे भाजपा के ओम माथुर, रामकुमार वर्मा, अलफोनस व हर्षवर्धन सिंह राज्ससभा से रिटायर होगे तब कांग्रेस के तीन व भाजपा का एक सदस्य चुने जाने की सम्भावना बनती है।क्योंकि कांग्रेस जोड़तोड़ करके तब 121 सदस्यों का समर्थन का इंतजाम कर सकती है।
मार्च-अप्रैल मे होने वाले राज्यसभा चुनाव मे अगर कांग्रेस से एक नाम प्रियंका गांधी का तय होता है तो दूसरा नाम किसी स्थानीय जाट नेता का होगा। जिसमे रामेश्वर डूडी, ज्योति मिर्धा, डा.चंद्रभान व सुभाष महरिया मे से किसी एक नाम के तय होने की राजनीतिक हलकों मे अधिक सम्भावना जताई जा रही है।
कुल मिलाकर यह है कि राजस्थान के 26-मार्च को राज्यसभा के तीन सदस्यों के लिये होने वाले चुनाव की उम्मीदवारी का पर्चा भरने के अंतिम दिन मे मात्र एक पखवाड़ा शेष होने से चलते उम्मीदवार बनने को लेकर कांग्रेस नेताओं मे जोर आजमाईश काफी तेज हो गई है। देखते है कि उम्मीदवारी का सेहरा किन किन के सर बंधता है।
।अशफाक कायमखानी। चूरु।राजस्थान। राज्य सरकार द्वारा चूरु शहर स्थित अल्पसंख्यक छात्रावास के लिये बजट आवंटित होने के बावजूद जमीन नही होने के कारण निर्माण का मामला काफी दिनो से अटके रहने के बाद डा.खानू खान की कोशिशों से जमीन आवंटन का आदेश जारी होने से चारो तरफ खुशी का आलम देखा जा रहा है। स्थानीय नगरपरिषद ने जमीन आवंटन का प्रस्ताव बनाकर राज्य सरकार को भेजकर जमीन आवंटन करने का अनुरोध किया था। लेकिन राज्य सरकार द्वारा कार्यवाही मे देरी होने पर स्थानीय लोगो ने धरने प्रदर्शन किया था। उक्त लोगो ने वक्फ बोर्ड चैयरमैन डा.खानू खान से परिषद के प्रस्ताव को मंजूर करवा कर आदेश जारी करने का अनुरोध किया था। डा.खानू खान ने तत्परता दिखाते हुये भागदौड़ करके सरकार से जमीन आवंटन का आदेश आज जारी करवाने पर क्षेत्रवासी उनका आभार व्यक्त कर रहे है।
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