नानाजी के कसीदे पढ़ते नहीं थके मोदी


चित्रकूट। आज बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का शिलान्यास करने धर्मनगरी चित्रकूट आये देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगवान श्री राम के त्याग और वनवासकाल के बाद राष्ट्रऋषि रहे भारतरत्न नानाजी देशमुख को याद किया। उन्होंने मचं से नानाजी देशमुख के त्याग का ज़िक्र करते हुए कहा कि नानाजी ने वैसे तो पूरे भारत के कई राज्यों में गांवो की तकदीर व् तस्वीर बदल दी, लेकिन उन्होंने अपनी कर्मभूमि का केंद्र बनाया भगवान राम की तपोस्थली चित्रकूट को। नानाजी का मानना था कि जब अपने वनवासकाल के प्रवास के दौरान भगवान राम चित्रकूट में आदिवासियों तथा दलितों के उत्थान का कार्य कर सकते हैं, तो वे क्यों नहीं। अतः नानाजी चित्रकूट में ही जब पहली बार 1989 में आए तो यहीं बस गए और बदल डाली गांवों की तस्वीर। ऐसे नानाजी देशमुख चित्रकूट के लिए वरदान थे, जिनकी वजह से आज चित्रकूट विकास की तरफ अग्रसर है। भगवान श्रीराम के वनवासकाल और नानाजी के त्याग की वजह से इस धर्मनगरी के गोंडा भरतकूप से विकास की सबसे बड़ी नींव रखी जा रही हैं। पीएम मोदी ने बुन्देलखण्डी भाषा में चित्रकूट की जनता का अभिवादन क़िया। 


 


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