सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

मोदी का स्वागत करने के लिए तैयार है कोकराझार

कोकराझार :: असम के कोकराझार में शुक्रवार को उत्सव जैसा माहौल बना हुआ है और लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत करने की तैयारी कर रहे हैं, जो बोडो समझौते पर हस्ताक्षर का जश्न मनाने के लिए आज यहां आएंगे।


अधिकारियों ने बताया कि गैर-बोडो वासियों समेत विभिन्न जातीय समूहों के लोग बड़ी संख्या में प्रधानमंत्री का स्वागत करने के लिए यहां एकत्रित हुए हैं।


विभिन्न समुदायों की सांस्कृतिक मंडलियां प्रधानमंत्री के भाषण से पहले अपने कार्यक्रम पेश करेंगी।


मोदी ने बृहस्पतिवार रात को ट्वीट किया था, ‘‘हम बोडो समझौते पर सफलतापूर्वक हस्ताक्षर किये जाने का जश्न मनाएंगे, जिससे दशकों की समस्या का अंत होगा। यह शांति और प्रगति के नये युग की शुरुआत का प्रतीक होगा।’’


सरकार ने 27 जनवरी को नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (एनडीएफबी) के चार धड़ों, ऑल बोडो स्टूडेंट्स यूनियन और एक नागरिक संस्था के साथ बोडो समझौते पर हस्ताक्षर किया था। इसका उद्देश्य असम के बोडो बहुल क्षेत्रों में दीर्घकालिक शांति लाना है।


अधिकारियों ने बताया कि मोदी का गुवाहाटी में एलजीबी हवाईअड्डे से एक हेलीकॉप्टर से यहां पहुंचने का कार्यक्रम है। वह दोपहर को नयी दिल्ली से गुवाहाटी पहुंचेंगे।


अधिकारियों ने बताया कि जंगखरिथाई मैदान में और उसके आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई, जहां मोदी को शुक्रवार दोपहर में रैली को संबोधित करना है। सभी वाहनों को आयोजन स्थल से डेढ़ किलोमीटर पहले रोक दिया गया है।


उन्होंने बताया कि रैली में 10 लाख से अधिक लोगों के भाग लेने की संभावना है।


एबीएसयू नेताओं ने बताया कि रैली में भाग लेने के लिए कोकराझार में उनके 10,000 से अधिक स्वयंसेवक एकत्रित हो गए हैं। इस रैली को ‘विजय उत्सव’ का नाम दिया जा रहा है।


राज्य सरकार ने प्रधानमंत्री के दौरे के मद्देनजर बोडोलैंड क्षेत्रीय इलाका जिला (बीटीएडी) के चार जिलों कोकराझार, उदलगुड़ी, बक्सा और चिरांग में शुक्रवार को सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है।


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...

इफ्तार पार्टियों का आयोजन लगातार जारी।

  सीकर-राजस्थान।        जनपद मे माहे रमजान शुरू होने के साथ ही अनेक सामाजिक व शेक्षणिक संस्थाओं के अलावा व्यक्तिगत लोगो द्वारा इफ्तार का आयोजन का सीलसीला जारी है।    इस सीलसीले के तहत सीकर शहर मे आज इतवार को सीकर में पंचायत शेखावाटी लीलगरान और युवा कमेटी की तरफ से रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन सय्यदा मस्जिद फतेहपुर रोड़ भैरुपुरा कच्चा रास्ता सीकर में किया गया। ,जिसमे सैकड़ों रोजेदारों ने शिरकत की और प्रदेश में अमन चैन की दुआ मांगी,इफ्तार के बाद मगरिब की नमाज पढ़ी गई।

इंडिया गठबंधन की सफलता में अल्पसंख्यकों की सबसे बड़ी भूमिका- शाहनवाज़ आलम

  लखनऊ, 12 जून 2024 . लोकसभा चुनाव में भले जीत एनडीए की हुई हो लेकिन राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी को देश ने नेता माना है. इंडिया गठबंधन को मिली सफलता में अल्पसंख्यक समुदाय खासकर मुस्लिम समुदाय का सबसे बड़ा रोल है जिसे अल्पसंख्यक कांग्रेस ने अंजाम दिया. ये बातें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने अल्पसंख्यक कांग्रेस द्वारा आयोजित आभार और चुनाव समीक्षा बैठक में कहीं. बैठक को संबोधित करते हुए अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने कहा कि अल्पसंख्यक वर्ग के साथ दलित, पिछड़े और अति पिछड़े वर्गों ने राहुल और प्रियंका गाँधी के सामाजिक न्याय, सीएए- एनआरसी विरोधी स्टैंड, जातिगत जनगणना, आरक्षण पर लगे 50 प्रतिशत की पाबंदी को हटाने के लिए किये गए वादों से प्रभावित होकर वोट दिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस इन तबकों के सवालों पर लगातार संघर्ष करती रहेगी.  शाहनवाज़ आलम ने कहा कि सीएसडीएस के आंकड़ों से यह साबित हुआ है कि पूरे देश में मुसलमान, दलित और पिछड़े कांग्रेस के मुख्य बेस वोटर रहे. वहीं कथित ऊँची जातियों का 70 प्रतिशत वोट भाजपा को गया. इस सवर्ण वोट बैंक को कां...