लखनऊ :: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में दिन दहाड़े बदमाशों द्वारा अलग-अलग क्षेत्रों में दो लोगों की हत्या पर गम्भीर चिन्ता व्यक्त करते हुए उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि राजधानी में हुईं एक ही दिन में इन घटनाओं से यह साबित हो गया है कि उत्तर प्रदेश में अराजकता का माहौल है और जंगलराज पूर्णतया कायम हो चुका है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विधानसभा में कानून व्यवस्था को लेकर अपनी पीठ थपथपाते नहीं थक रहे हैं और उ0प्र0 में रामराज्य स्थापित होने की बात कर रहे हैं वहीं सरकार के नाक के नीचे दिन दहाड़े हत्याएं हो रही हैं। अपराधियों पर सरकार और पुलिस का कोई नियन्त्रण नहीं रह गया है।
श्री अजय कुमार लल्लू जी ने कहा कि लखनऊ के रकाबगंज स्थित एक पान मसाला एजेंसी में लूट के इरादे से पहुंचे चार बदमाशों का विरोध करने पर एक कर्मचारी की गोली मारकर निर्मम हत्या कर दी गयी। वहीं राजधानी के बेहत महत्वपूर्ण क्षेत्र गोमतीनगर के अलकनन्दा अपार्टमेन्ट में एक छात्र की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी गयी। बदमाश इस कदर बेखौैफ थे कि छात्र द्वारा अपनी जान बचाने के लिए कार में बैठने के बाद उसका शीशा तोड़कर बदमाशों ने चाकुओं से छात्र को गोदकर मौत के घाट उतार दिया।
प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि विधानसभा के बजट सत्र में कानून की बेहतरी के बड़े-बड़े दावे करने वाले मुख्यमंत्री जी का झूठ जनता के सामने आ गया है। प्रदेश की राजधानी सहित सभी जनपदों में रोजाना हत्या, लूट, बलात्कार, राहजनी, महिलाओं का उत्पीड़न आदि जघन्य अपराध हो रहे हैं और खुद मुख्यमंत्री जी के गृह जनपद गोरखपुर में पुलिस थाने में पुलिसकर्मियों द्वारा युवती को अगवा कर बलात्कार की घटना को अंजाम दिया जा रहा है ऐसे में सरकार द्वारा प्रदेश की जनता के सामने बेहतर कानून व्यवस्था का झूठा ढिंढोरा पीटना बेहद शर्मनाक है।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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