नयी दिल्ली, :: भारती इंफ्राटेल ने शनिवार को कहा कि इंडस टावर्स के साथ विलय के प्रस्ताव को दूरसंचार विभाग की मंजूरी मिलने के बाद आगे के कदमों पर निर्णय लेने के लिये 24 फरवरी को निदेशक मंडल की बैठक होगी।
इस विलय के बाद बनने वाली संयुक्त कंपनी के पास देशभर में 1,63,000 से अधिक दूरसंचार टावर हो जाएंगे, जिनका परिचालन सभी 22 दूरसंचार सेवा क्षेत्रों में हो रहा है। विलय से बनने वाली संयुक्त कंपनी चीन को छोड़ शेष विश्व की सबसे बड़ी टावर कंपनी होगी।
कंपनी ने बीएसई को बताया, ‘‘इंडस टावर्स का भारती इंफ्राटेल के साथ विलय को लेकर प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) मंजूरी कल (शुक्रवार को) देर से मिली।’’
उसने कहा कि कंपनी के निदेशक मंडल की 24 फरवरी को बैठक होगी जिसमें आगे के कदमों के बारे में निर्णय लिये जाएंगे।
इंडस टावर्स में अभी भारती इंफ्राटेल और वोडाफोन समूह की 42-42 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इसमें वोडाफोन आइडिया की भी 11.15 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
योजना के अनुसार, संयुक्त कंपनी के पास भारती इंफ्राटेल और इंडस टावर्स के कारोबार का पूर्ण स्वामित्व होगा। कंपनी का नाम बदलकर इंडस टावर्स लिमिटेड हो जायेगा और संयुक्त कंपनी घरेलू शेयर बाजारों में सूचीबद्धता जारी रखेगी।
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