गुरुवायुर मंदिर के 84 वर्षीय हाथी की मौत

त्रिशूर (केरल),  :: प्रसिद्ध गुरुवायुर मंदिर में स्थापित भगवान कृष्ण की लघु प्रतिमा ‘‘थिडम्बु’’ को कई वर्षों तक अपने मस्तक पर रखकर झांकी में हिस्सा लेने वाले 84 वर्षीय हाथी की बुधवार को मौत हो गई। गुरुवायुर देवस्वओम के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।


गुरुवायुर देवस्वओम के अध्यक्ष के बी मोहनदास ने ‘पीटीआई’ से कहा कि हाथी की मौत अपराह्न दो बजकर 10 मिनट पर हुई। उसका नाम गुरुवायुर पद्मनाभन था। धरती तक छूती लंबी सूंड़ और आकर्षक शारीरिक आकृतियों के कारण उसे ‘गजरत्नम’ की उपाधि मिली थी।


उन्होंने बताया कि पिछले कुछ सप्ताह से हाथी का इलाज चल रहा था क्योंकि उसके पूरे शरीर में सूजन आ गई थी।


उन्होंने बताया कि पद्मनाभन की मौत के बाद गुरुवायुर देवस्वओम द्वारा प्रबंधित हाथी अभयारण्य में हाथियों की संख्या घटकर 47 हो गई है।


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