डिफेंस एक्सपो ने तोड़े अंतरराष्ट्रीय सहयोग के तमाम रिकॉर्ड: राजनाथ

लखनऊ, :: रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने लखनऊ में आयोजित डिफेंस एक्सपो को मील का पत्थर करार देते हुए शनिवार को कहा कि इस साल की यह प्रदर्शनी भारतीय रक्षा निर्माण क्षेत्र के लिये एक 'सफलता' है जिसने अंतरराष्ट्रीय सहयोग के तमाम रिकॉर्ड तोड़ दिये हैं।


सिंह ने 11वें डिफेंस एक्सपो के समापन समारोह में कहा कि देश के अब तक के सबसे बड़े डिफेंस एक्सपो की अभूतपूर्व सफलता पर वह गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। यह एक्सपो भारतीय रक्षा निर्माण क्षेत्र के लिये एक 'सफलता' है जिसने जनभागीदारी, निजी—सार्वजनिक भागीदारी तथा अंतरराष्ट्रीय सहयोग के हर रिकॉर्ड को तोड़ दिया है।


उन्होंने कहा, ‘‘यह उत्तर प्रदेश की कामयाबी ही नहीं बल्कि रक्षा के प्रति सभी देशवासियों की आकांक्षाओं की पूर्ति का प्रतीक भी है। इस आयोजन ने दिखा दिया है कि नया भारत विश्व की बड़ी शक्तियों से कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ने के लिये तैयार है। यह आयोजन एक शंखनाद है कि आने वाला समय भारत का होगा। आने वाले वक्त में हमारा देश ग्लोबल डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग का प्रमुख केन्द्र बनेगा।’’ रक्षा मंत्री ने कहा कि उन्हें इस डिफेंस एक्सपो के दौरान विभिन्न मित्र देशों के रक्षा मंत्रियों से भी द्विपक्षीय बातचीत करने का भी मौका मिला। उन्होंने कहा, ‘‘एक तरह से यह एक्सपो दुनिया के विभिन्न देशों के साथ हमारे रक्षा सहयोग को बढ़ाने और परस्पर हितों के मुद्दों पर चर्चा करने के लिये भी एक मंच बना।’’ उन्होंने कहा कि इस एक्सपो के दौरान 200 से ज्यादा एमओयू और समझौते हुए। इन समझौतों ने एक नया इतिहास रच दिया है। यह डिफेंस एक्सपो इतना कामयाब रहा है कि अन्य देशों के प्रतिनिधियों ने भी उनसे मिलकर इसकी सराहना की है।


रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘11वें डिफेंस एक्सपो में लगभग दुनिया के विभिन्न देशों से 3000 लोगों का आना बहुत बड़ी बात है। उनकी मौजूदगी ने इस कार्यक्रम को और भी आकर्षक बना दिया है। हमारा देश न सिर्फ रक्षा मामलों में आत्मनिर्भर होगा बल्कि निर्यात भी करेगा। इसमें इस एक्सपो का बहुत बड़ा योगदान होगा।’’ उन्होंने डिफेंस एक्सपो के आयोजन के लिये प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार को बधाई देते हुए कहा कि सरकार ने यह साबित कर दिया कि यूपी यानी 'अनलिमिटेड पोटेंशियल' है। इस आयोजन से लखनऊ को एक वैश्विक पहचान मिली है। सिर्फ देश ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी लखनऊ चर्चा का विषय बना है।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर कहा, ‘‘लखनऊ की दृष्टि से यह एक्सपो हमेशा के लिये अपनी एक स्वर्णिम याद बनकर हमेशा हमारे जहन में रहेगा। मुझे लगता है कि अब उत्तर प्रदेश की क्षमता पर किसी को भी सवाल नहीं खड़े करने चाहिये।’’ उन्होंने कहा, ‘‘डिफेंस एक्सपो हमारे लिये एक अवसर के साथ—साथ चुनौती भी था। मुझे खुशी है कि उत्तर प्रदेश की हमारी टीम ने रक्षा मंत्रालय के साथ मिलकर आयोजन को सफलता की नयी ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। सबसे बड़ी बात यह है कि हमने उत्तर प्रदेश के प्रति दुनिया की सोच और नजरिये को बदलने में कामयाबी हासिल की है। इस आयोजन से हमें डिफेंस कॉरीडोर के लिये बहुत मजबूत आधार हासिल हुआ है।’’ कार्यक्रम को प्रदेश के उद्योग मंत्री सतीश महाना, रक्षा सचिव अजय कुमार और एचएएल के चेयमैन आर माधवन ने भी मुख्य रूप से सम्बोधित किया। कार्यक्रम के दौरान हुई फोटो प्रतियोगिता के विजयी प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। साथ ही कॉफी टेबल बुक 'उत्तर प्रदेश डिफेंस कॉरीडोर : द हेक्सागन आफ सिक्योरिटी एण्ड प्रोस्पैरिटी' का विमोचन भी किया गया।


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