भाजपा सांसद हेगड़े ने महात्मा गांधी को लेकर दिया विवादित बयान, नेतृत्व नाराज

बेंगलुरु/नयी दिल्ली,:: भाजपा सांसद अनंत कुमार हेगड़े ने विवादित बयान देते हुए कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नेतृत्व वाला स्वतंत्रता आंदोलन अंग्रेजों के साथ एक ‘सामंजस्य’ था। उनकी इस टिप्पणी की कांग्रेस ने निन्दा की और भगवा दल ने उन्हें सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की नसीहत दी है।


कांग्रेस ने यह भी मांग की कि पूर्व केंद्रीय मंत्री हेगड़े के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाना चाहिए और उनकी टिप्पणियों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को माफी मांगनी चाहिए।


हेगड़े ने बेंगलुरु में हुए एक कार्यक्रम में गांधी का मजाक उड़ाते हुए कहा कि जिन स्वतंत्रता सेनानियों ने देश के लिए कुछ बलिदान नहीं दिया, उन्होंने देश को विश्वास दिलाया कि भारत को आज़ादी ‘उपवास सत्याग्रह’ के ज़रिए मिली है और वे महापुरुष बन गए।


‘उपवास सत्याग्रह’ गांधीवादी आंदोलन का तरीका है।


उत्तर कन्नड़ से छह बार लोकसभा सदस्य रहे 51 वर्षीय हेगड़े ने कहा, ‘‘जिन्होंने अपना जीवन बलिदान कर दिया और देश में बड़े सुधारों की दिशा में काम किया, उन्हें इतिहास के अंधेरे कोने में फेंक दिया गया, लेकिन जो अंग्रजों के साथ ‘सामंजस्य’ कर लड़े, वे प्रमाणपत्र के साथ स्वतंत्रता सेनानी बन गए...। यह देश की त्राासदी है।’’
उन्होंने ये टिप्पणियां विनायक दामोदर सावरकर की याद में आयोजित कार्यक्रम में कीं।
कर्नाटक भाजपा के प्रवक्ता जी मधुसूदन ने कहा कि उनकी पार्टी हेगड़े के बयान को खारिज करती है और केंद्रीय नेतृत्व ने हेगड़े से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को कहा है।


दिल्ली में भाजपा सूत्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी सहित केंद्रीय नेतृत्व हेगड़े की टिप्पणी से नाराज है, यह अस्वीकार्य है और पूर्व केंद्रीय मंत्री से स्पष्टीकरण मांगने के साथ ही उन्हें ‘कारण बताओ’ नोटिस जारी किया गया है।


पार्टी के कर्नाटक प्रदेश अध्यक्ष नलिन कुमार कटील ने पीटीआई-भाषा से कहा कि पार्टी ने महात्मा गांधी पर हेगड़े की टिप्पणी पर कड़ी आपत्ति व्यक्त की है।


हेगड़े बेंगलुरु में आयोजित कार्यक्रम के वीडियो में यह भी कहते नजर आते हैं, ‘‘दो तरह के स्वतंत्रता सेनानी थे। एक जो शस्त्र में भरोसा रखते थे, दूसरे शास्त्र में।”
उन्होंने कहा, “ स्वतंत्रता सेनानियों का एक अन्य वर्ग भी था, जो ब्रिटिशों से पूछा करता था कि स्वतंत्रता आंदोलन को कैसे चलाया जाए और कहता था कि आप जो कुछ भी कहेंगे, हम उसका सामंजस्य और समझ के साथ पालन करेंगे... 20-20 (क्रिकेट मैच) की तरह।”
हेगड़े ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों के तीसरे वर्ग ने ब्रिटिशों से अपने स्वतंत्रता आंदोलन को मान्यता देने की अपील की और अनुरोध किया कि उन्हें जेल में रखा जाए। उन्होंने (ब्रिटिशों से विनती की) कहा कि हमारे लिए इतना ही बहुत है कि आप हमारा ठीक से ख्याल रखें, हमें इससे ज्यादा कुछ नहीं चाहिए।”
कांग्रेस ने मांग की कि प्रधानमंत्री को संसद में आकर हेगड़े की ‘‘आपत्तिजनक’’ टिप्पणियों पर अपनी स्थिति साफ करनी चाहिए।


पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा ने कहा कि यह समय है जब मोदी बताएं कि उनकी वफादारी गांधी के साथ है या उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे के साथ।


कांग्रेस के एक अन्य प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने हेगड़े को भाजपा से निकालने की मांग करते हुए कहा कि मोदी को उनकी टिप्पणियों के लिए माफी मांगनी चाहिए और पूर्व केंद्रीय मंत्री के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाना चाहिए।


वरिष्ठ कांग्रेस नेता सिद्धरमैया ने भी महात्मा गांधी पर टिप्पणी को लेकर हेगड़े की निन्दा की।


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