लखनऊ । युवा राष्ट्रीय लोकदल द्वारा आज राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेष कार्यालय पर युवा रालोद के महानगर अध्यक्ष विनीत सिंह की अध्यक्षता में प्रथम कार्यकर्ता सम्मेलन एवं स्वागत समारोह आयोजित किया गया जिसमें कार्यकर्ताओं द्वारा युवा रालोद के नव मनोनीत प्रदेष अध्यक्ष अम्बुज पटेल एडवोकेट का फूल मालाओं से स्वागत किया गया। इस अवसर पर अम्बुज पटेल ने समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पधारे राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेष अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री डाॅ0 मसूद अहमद को स्मृति चिन्ह तथा अंग वस्त्र भेंट किया। समारोह कार्यक्रम का संचालन अष्विनी प्रताप सिंह ने किया।
युवाओं रालोद कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्धन करते हुये रालोद के प्रदेष अध्यक्ष डाॅ0 मसूद अहमद ने कहा कि युवाओं के कंधों पर देष का भविष्य टिका है और वर्तमान केन्द्र और प्रदेष सरकार की गलत नीतियों के कारण देष एवं प्रदेष का युवा वर्ग आक्रोष में है क्योंकि सरकार ने युवाओं को छलने का काम किया है। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि मा0 जयंत चैधरी जी के हाथों को मजबूत करने के लिए युवा वर्ग आगे आये और जनविरोधी ताकतों का मुंहतोड़ जवाब दे।
युवा रालोद के प्रदेष अध्यक्ष अम्बुज पटेल ने पार्टी नेताओं का आभार व्यक्त करते हुये कहा कि जिस विष्वास के साथ मा0 चैधरी साहब ने मुझे पुनः युवा रालोद के प्रदेष अध्यक्ष पद की कमान सौंपी है उसी प्रकार मैं अपने पद के दायित्वों का निर्वहन पूरी कर्तव्य निष्ठा और ईमानदारी के साथ करूँगा। उन्होंने कहा कि सचमुच यदि देष का युवा वर्ग एकजुट हो जाए तो उस देष को समृद्व और उन्नत होने से कोई नहीं रोक सकता। आज हम सभी को संकल्प लेना है कि प्रदेष के युवाओं की हर समस्या के निदान के लिए मा0 जयंत चैधरी के नेतृत्व तथा प्रदेष अध्यक्ष के मार्गदर्षन में हम हर सम्भव प्रयास करेगे।
समारोह में वसीम हैदर, संतोष यादव, प्रदेष प्रवक्ता सुरेन्द्रनाथ त्रिवेदी, बी0एल0 प्रेमी, रमावती तिवारी, चन्द्रकांत अवस्थी, प्रीति श्रीवास्तव, अनीता यादव, अनिल पटेल, रिंकू पाण्डेय, सुमित सिंह, सूरज, मनोहर मौर्या, रिजवाना, अखिलेष यादव, देवनारायन शर्मा, पवन गुप्ता, मनोज वर्मा, मनीष वर्मा, विनय वर्मा, नदीम खान, एस0पी0 पाण्डेय, विजय चैधरी, नितिन दुबे आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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