कोलकाता, : तृणमूल कांग्रेस ने अपने 22वें स्थापना दिवस को संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के विरोध के तौर पर बुधवार को 'नागरिक दिवस' के रूप में मनाया।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी ने इस अवसर पर पार्टी कार्यकर्ताओं को बधाई दी। बूथ स्तर पर पार्टी स्थापना दिवस को 'नागरिक दिवस' के रूप में मना रही है।
ममता ने ट्वीट किया, '' हम तृणमूल कांग्रेस के स्थापना दिवस को प्रत्येक बूथ में 'नागरिक दिवस' के तौर पर मना रहे हैं। हम लोग सभी नागरिक हैं और तृणमूल हमेशा लोगों के अधिकारों के लिए लड़ती रहेगी। जय हिंद। जय बांग्ला।''
मुख्यमंत्री ने कहा, '' तृणमूल कांग्रेस आज 22 साल की हो गयी। यह यात्रा 1 जनवरी 1998 को शुरू हुई थी। यात्रा काफी संघर्षों से भरी है लेकिन लोगों के लिए लड़ाई लड़ने के अपने संघर्ष में हम अटल हैं। हम लगातार मिल रहे समर्थन के लिए मां-मानुष-माटी का धन्यवाद करते हैं। हमारे कार्यकर्ता ही हमारी सबसे बड़ी पूंजी हैं।''
तृणमूल कांग्रेस की स्थापना एक जनवरी, 1998 को तत्कालीन सत्तारूढ़ वाम मोर्चे को सत्ता से बाहर करने के लिए हुई थी। पार्टी को मई 2011 में अपने लक्ष्य की प्राप्ति हुई।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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