बरेली (उप्र), : टिकटॉक वीडियो बनाने के चक्कर में एक छात्र ने मां से जिद करके अलमारी में रखी रिवाल्वर ली, जिसकी गोली चलने से उसकी मौत हो गई। सूचना पर क्षेत्राधिकारी नवाबगंज योगेंद्र कुमार और हाफिजगंज निरीक्षक एसपी सिंह मौके पर पहुंचे और घटनास्थल की जांच की।
कुमार ने बताया कि जिले के हाफिजगंज थाना क्षेत्र के गांव मुड़िया भीकमपुर निवासी फौजी वीरेंद्र कुमार के 18 वर्षीय पुत्र केशव ने मां सावित्री से टिकटॉक वीडियो बनाने के लिए रिवॉल्वर मांगी। मां ने जब मना किया तो उसने जिद पकड़ ली। मजबूरन मां ने अलमारी में रखी रिवाल्वर उसे दे दी।
उन्होंने बताया कि इसके बाद केशव की मां कमरे से बाहर जाकर कुछ काम निपटाने लगीं। इसी दौरान गोली चलने की आवाज आई तो मां और अन्य परिजन कमरे की ओर दौड़े। अंदर केशव खून से लथपथ पड़ा था। उसकी कनपटी में गोली लगी थी। आनन-फानन परिजन उसे अस्पताल ले गए जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है ।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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