कुआलालंपुर, :ओलंपिक पदक विजेता भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू और साइना नेहवाल शुक्रवार को यहां क्वार्टरफाइनल में हारकर मलेशिया मास्टर्स सुपर 500 बैडमिंटन टूर्नामेंट से बाहर हो गयीं जिससे इस टूर्नामेंट में देश का अभियान भी खत्म हो गया।
मौजूदा विश्व चैम्पियन सिंधू सबसे पहले कोर्ट पर उतरीं। उन्हें शीर्ष वरीय ताई जु यिंग से जबकि साइना को स्पेन की ओलंपिक चैम्पियन कैरोलिना मारिन से पराजय का सामना करना पड़ा।
साइना कहीं भी मारिन की बराबरी करती नहीं दिखीं जिन्होंने आधे घंटे में भारतीय खिलाड़ी की चुनौती 21-8 21-7 से समाप्त कर दी।
चीनी ताइपे की दूसरी नंबर की खिलाड़ी जु यिंग ने क्वार्टरफाइनल में रियो ओलंपिक की रजत पदकधारी सिंधू को 21-16 21-16 से हराया जिससे उनका इस भारतीय के खिलाफ जीत का रिकार्ड 12-5 का हो गया।
जु यिंग से सिंधू को लगातार दूसरी पराजय का सामना करना पड़ा। वह पिछले साल अक्टूबर में फ्रेंच ओपन के क्वार्टर फाइनल में उनसे हारी थी।
सिंधू की शुरूआत अच्छी नहीं रही और वह बढ़त का फायदा नहीं उठा सकीं जिससे पहला गेम 16-21 से गंवा बैठी और जु यिंग ने 1-0 से बढ़त बना ली।
दूसरे गेम में जु यिंग ने शुरू से ही दबदबा हासिल किया। 11-20 से पिछड़ रही सिंधू ने हालांकि छह मैच प्वाइंट बचाये लेकिन तब तक देर हो चुकी थी और जु यिंग ने आराम से इसे 21-16 से अपने नाम कर जीत हासिल की।
फिर साइना कोर्ट पर उतरीं, जिन्हे मारिन ने बुरी तरह हरा दिया। इस मैच से पहले दोनों का रिकार्ड 6-6 से बराबर था।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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