नयी दिल्ली, : कवि एवं शिक्षाविद् ओबैद सिद्दीकी का निधन गाजियाबाद के एक अस्पताल हो गया। वह 63 साल के थे । सिद्दीकी के सहकर्मी ने इसकी जानकारी दी ।
सिद्दीकी के सहकर्मी रहे कुर्बान अली ने बताया कि सिद्दीकी कई तरह की बीमारियों से जूझ रहे थे और उनका इलाज गाजियाबाद के कौशाम्बी में पिछले एक सप्ताह से चल रहा था । उन्होंने बताया कि उनका निधन बृहस्पतिवार सुबह हो गया।
उनके परिवार में एक बेटी और दो भाई हैं।
अली ने कहा कि उन्हें जामिया कब्रिस्तान में शुक्रवार की नमाज के बाद सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। उनका जन्म मेरठ में 1957 में हुआ और उन्होंने उच्च शिक्षा अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से हासिल की और 1988 में ऑल इंडिया रेडियो से जुड़ गए।
इसके बाद वह बीबीसी की उर्दू सेवा में काम करने के लिए लंदन चले गए और वहां वह 1996 तक रहे। इसके बाद 2004 में वह जामिया मिल्लिया इस्लामिया के एजेके जन संचार अनुसंधान केंद्र से जुड़ गए और बाद में इसके निदेशक बने।
उन्होंने एनडीटीवी के साथ भी काम किया और वह उर्दू कवि के रूप में भी जाने जा
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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