लखनऊ :: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर आज शहर कांग्रेस कमेटी कार्यालय पार्क रोड लखनऊ पर शहर कंाग्रेस अध्यक्ष मुकेश सिंह चैहान की अध्यक्षता में पुण्यतिथि मनाई गयी। इस मौके पर गांधी जी के चित्र पर माल्यार्पण कर सैंकड़ों की संख्या में मौजूद शहर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस मौके पर शहर कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश सिंह चैहान ने कहा कि आज के समय गांधी जी के विचार और भी अधिक प्रासंगिक हो गये हैं। गांधी जी के विचारों और आदर्शों पर चलकर ही देश और प्रदेश सुरक्षित रह सकता है और हर वर्ग का विकास हो सकता है। उन्होने कहा कि गांधी जी के विचार जितना कल प्रासंगिक था आज के समय में उससे भी अधिक प्रासंगिक हो गया है। आज के दिन हम सभी को गांधी जी के बताये रास्ते पर चलने का संकल्प लेना ही बापू के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
इस मौके पर प्रमुख रूप से श्री डा0 सुरेश चन्द्र शर्मा, श्री आर0बी0 सिंह एडवोकेट, डा0 शहजाद आलम, श्री योगेश्वर सिंह, श्री शाहिद अली, श्री रईस अहमद, श्री इस्लाम अली, श्री अकबर खान, श्री इस्लामुल्लाह, श्री रवीन्द्र सिंह, श्री इरशाद, श्री अंकित सक्सेना, श्री जिया अहमद, श्री जमाल, श्री सुरेश पाल, श्री सत्येन्द्र वर्मा, श्री राजू यादव, श्री अमित मिश्रा, श्री अयूब सिद्दीकी सहित सैंकड़ों की संख्या में कांग्रेसजन मौजूद रहे।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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