जयपुर, : राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले के रणथम्भौर बाघ अभयारण्य में 15 वर्षीय नर बाघ (टी-25) की मौत हो गयी। यह मौत संभवत: इलाके को लेकर हुई आपसी लड़ाई में हुई।
एक वन अधिकारी ने बताया कि सोमवार को अभयारण्य के सांवता इलाके में 15 वर्षीय नर बाघ का शव मिला था। शव का पोस्टमार्टम करवाया गया है।
उन्होंने बताया कि बाघ की मौत संभवत: इलाके में अधिकार को लेकर हुई लड़ाई में हुई।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि बाघ की मौत के बारे में जानकर दुख पहुंचा है। गहलोत ने ट्वीट किया कि वन्य जीवन से दुखद समाचार मिला है कि रणथंभौर के प्रसिद्ध बाघ टी -25 की मौत हो गयी है।
वन अधिकारी ने बताया कि टी-5 बाघिन की मौत 2011 में हो गई थी। बाघिन अपने पीछे लगभग तीन माह के दो मादा शावकों को छोड गई थी। उनको जीवित रखना एक गंभीर चुनौती व चिंता का विषय था। तब टी- 25 बाघ, शावकों को अन्य बाघों और जंगली जानवरों से संरक्षण देने और बचाने के लिये सामने आया। बाघ आमतौर पर शावकों के नजदीक रहता था और उन्हें खाने की स्वीकृति भी अपने सामने ही दिया करता था जो एक दुर्लभ घटना है।
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