लखनऊ, : कांग्रेस के जिला और शहर अध्यक्षों के प्रशिक्षण शिविर के आज तीसरे दिन प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों के साथ संयुक्त बैठक हुई। संयुक्त बैठक में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव प्रियंका गांधी ने हिस्सा लिया। संयुक्त बैठक में उत्तर प्रदेश के राजनीतिक परिस्थितियों पर गहन चिंतन मनन हुआ और आगामी अभियानों, आंदोलनों और रणनीतियों पर चर्चा हुई। संयुक्त बैठक में तय हुआ कि कांग्रेस पार्टी पूरे सूबे में किसानों के मुद्दे पर आंदोलन करेगी। बैठक में पूरे आंदोलन की रूपरेखा तय हुई। बैठक में प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष श्री अजय कुमार लल्लू जी मौजूद रहे।
प्रदेश की खराब कानून व्यवस्था, महिला सुरक्षा, किसानों की दुर्दशा, युवाओं एवं छात्रों से जुड़े मुद्दे तथा मंदी की चपेट में घिर रही अर्थव्यवस्था और भयंकर बेरोजगारी, महंगाई के मुद्दे को लेकर प्रदेश की भाजपा सरकार के खिलाफ कांग्रेस जल्द ही प्रदेश व्यापी आंदोलन की घोषणा करेगी।
आंदोलन की रूपरेखा में तय हुआ कि ब्लॉक से लेकर लखनऊ तक सरकार को किसानों की बदहाली पर सरकार को घेरा जाएगा। किसानों के मुद्दे पर नुक्कड़ सभा, तहसीलवार कार्यक्रम के साथ हर ब्लॉक में किसानों के घरों तक कांग्रेस के कार्यकर्ता जाकर उनकी पीड़ा सुनेंगे। इस अभियान में दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों का भी घेराव करेंगे। इस किसान आंदोलन के अंतिम चरण में लखनऊ में विशाल किसान आक्रोश मार्च भी प्रस्तावित किया गया है।
गौरतलब है कि रायबरेली स्थित भुएमऊ गेस्ट हाउस में आज प्रशिक्षण शिविर का तीसरा दिन चल रहा है। प्रशिक्षण शिविर में उत्तर प्रदेश के पार्टी के सभी जिलाध्यक्षों और शहर अध्यक्षों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण में कांग्रेस की विचारधारा, राजनीतिक दर्शन, भारतीय संस्कृति और अध्यात्म पर भी गहन चर्चा हुई।
जिलाध्यक्षों और शहर अध्यक्षों को बूथ स्तर पर मैनेजमेंट और कमेटियों के निर्माण का प्रशिक्षण दिया गया। साथ ही साथ सोशल मीडिया के बेहतर इस्तेमाल के लिए भी जिलाध्यक्षों और शहर अध्यक्षों ने प्रशिक्षण लिया।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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