लखनऊ : समाजवादी पार्टी के मुखिया एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का बयान कि उनकी बेटी चौक - घण्टाघर सिर्फ घूमने गई थी, ये पीड़ा स्थल को पर्यटन स्थल समझने जैसा ही नहीं है, यह मुसलमानों के जले पर नमक छिड़कने जैसा है।
प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन शाहनवाज आलम ने जारी बयान में कहा कि जहां पूरा भारतीय समाज संविधान विरोधी और समाज विरोधी कानून सीएए-एनआरसी एवं एनपीआर के खिलाफ उद्वेलित है और सड़कों पर संविधान बचाने के लिए संघर्ष कर रहा है जिसमें हमारा पूरा समाज, हमारी बहन-बेटियां संविधान की सुरक्षा के लिए चैक-घण्टाघर पर सत्याग्रह कर रही हैं, अच्छा होता कि समाजवादी पार्टी संविधान बचाने की इस लड़ाई में जनता के साथ खुलकर समर्थन करती और जनपीड़ा की भागीदार बनती किन्तु ऐसा न करके अखिलेश यादव ने पूरे मुस्लिम समाज को पीड़ा पहुंचाने का काम किया है।
आलम ने कहा कि जब मुजफ्फरनगर में मुस्लिम समाज को दंगे में निशाना बनाकर उन्हें भीषण ठण्ड में खुले में टेन्ट में रहने के लिए मजबूर किया गया था तब भी समाजवादी पार्टी का पूरा परिवार सैफई में नाच-गाने में व्यस्त होकर खुशियां मना रहा था जो साबित करता है कि सपा और इस पूरे पारिवारिक गिरोह को मुसलमानों के उत्पीड़न पर आनन्द आता है यह अब पूरा मुस्लिम समाज समझ चुका है।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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