सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

पानी को तरसता धरती का वर्षा बहुल स्थान

चेरापूंजी (मेघालय), :  धरती के वर्षा बहुल स्थानों में से एक चेरापूंजी में भारी वर्षा पानी की बहुतायत का पर्याय नहीं रह गयी है। लेकिन यह स्थिति हमेशा से ऐसी नहीं थी।

भारत के पूर्वोत्तर के दूरदराज राज्य, मेघालय में रह रही आठ बच्चों की मां तिलोद खोंगविर याद करती हैं, “पहले हमारे पास साल भर प्रचुर मात्रा में पानी रहता था क्योंकि प्राकृतिक रूप से यहां बहुत बारिश होती थी।”

उन्होंने कहा, “अब हम जब भी बारिश होती है जितना संभव हो पानी जमा कर लेते हैं और इसे बाद के लिए बचा लेते हैं।”

आज प्राकृतिक बसंत और जलभर कम होते जा रहे हैं- इसिलए यहां रह रहे लोगों को जब भी हो, जितना हो और जिस तरीके से हो पानी जमा कर रखना चाहिए।

मेघालय दोहरी समस्या का एक स्पष्ट उदाहरण है जहां पानी की मात्रा बहुत ज्यादा भी है और बहुत कम भी।

जलवायु परिवर्तन अस्थिर मौसम का कारण बन रहा है - बाढ़ भी और सूखा भी और कई बार एक ही इलाके में।

वैज्ञानिकों का कहना है कि मॉनसून अब कम बारिश लेकर आते हैं जबकि जनसंख्या, अर्थव्यवस्था और उद्योग के बढ़ने के साथ ही पानी की मांग भी बढ़ रही है।

बारिश अब भयंकर बाढ़ लेकर आ रही है लेकिन भंडारण के विकल्प बहुत कम रहने के चलते ज्यादातर पानी बह जाता है।

पिछले साल पूर्वी भारतीय राज्यों- बिहार, पश्चिम बंगाल और असम के साथ ही पड़ोसी नेपाल और बांग्लादेश में बाढ़ के चलते 1,000 लोग मारे गए थे।

इसी वक्त दक्षिणी और पश्चिमी भारत के बड़े हिस्सों में भयंकर सूखा पड़ा था।

वाटरएड के मुताबिक भारत में करीब 16.3 करोड़ लोगों को साफ पानी उपलब्ध नहीं है और यह स्थिति और खराब होने जा रही है क्योंकि अगले आठ साल में भारत विश्व का सबसे ज्यादा आबादी वाला राष्ट्र बनने वाला है।

वर्ल्ड रिसोर्स इंस्टीट्यूट की एक रिपोर्ट में आगाह किया गया है कि राष्ट्र पानी की भारी किल्लत से जूझ रहा है जो करोड़ों लोखों के स्वास्थ्य के साथ ही राष्ट्र के विकास को जोखिम में डाल रहा है।

वनों की कटाई और तेजी से अनियोजित शहरीकरण ने भारत के जख्मों को और हरा ही कर दिया है, जहां बाढ़ भयंकर होती जा रही है और सूखा लंबे समय तक पड़ने लगा है।


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...

इंडिया गठबंधन की सफलता में अल्पसंख्यकों की सबसे बड़ी भूमिका- शाहनवाज़ आलम

  लखनऊ, 12 जून 2024 . लोकसभा चुनाव में भले जीत एनडीए की हुई हो लेकिन राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी को देश ने नेता माना है. इंडिया गठबंधन को मिली सफलता में अल्पसंख्यक समुदाय खासकर मुस्लिम समुदाय का सबसे बड़ा रोल है जिसे अल्पसंख्यक कांग्रेस ने अंजाम दिया. ये बातें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने अल्पसंख्यक कांग्रेस द्वारा आयोजित आभार और चुनाव समीक्षा बैठक में कहीं. बैठक को संबोधित करते हुए अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने कहा कि अल्पसंख्यक वर्ग के साथ दलित, पिछड़े और अति पिछड़े वर्गों ने राहुल और प्रियंका गाँधी के सामाजिक न्याय, सीएए- एनआरसी विरोधी स्टैंड, जातिगत जनगणना, आरक्षण पर लगे 50 प्रतिशत की पाबंदी को हटाने के लिए किये गए वादों से प्रभावित होकर वोट दिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस इन तबकों के सवालों पर लगातार संघर्ष करती रहेगी.  शाहनवाज़ आलम ने कहा कि सीएसडीएस के आंकड़ों से यह साबित हुआ है कि पूरे देश में मुसलमान, दलित और पिछड़े कांग्रेस के मुख्य बेस वोटर रहे. वहीं कथित ऊँची जातियों का 70 प्रतिशत वोट भाजपा को गया. इस सवर्ण वोट बैंक को कां...

इफ्तार पार्टियों का आयोजन लगातार जारी।

  सीकर-राजस्थान।        जनपद मे माहे रमजान शुरू होने के साथ ही अनेक सामाजिक व शेक्षणिक संस्थाओं के अलावा व्यक्तिगत लोगो द्वारा इफ्तार का आयोजन का सीलसीला जारी है।    इस सीलसीले के तहत सीकर शहर मे आज इतवार को सीकर में पंचायत शेखावाटी लीलगरान और युवा कमेटी की तरफ से रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन सय्यदा मस्जिद फतेहपुर रोड़ भैरुपुरा कच्चा रास्ता सीकर में किया गया। ,जिसमे सैकड़ों रोजेदारों ने शिरकत की और प्रदेश में अमन चैन की दुआ मांगी,इफ्तार के बाद मगरिब की नमाज पढ़ी गई।