इस्लामाबाद, : पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने इराक में अमेरिकी ड्रोन हमले में एक शीर्ष ईरानी जनरल के मारे जाने से पैदा हुए क्षेत्रीय तनाव के बीच रविवार को ईरान और सऊदी अरब की यात्रा शुरू की।
अमेरिका और ईरान के बीच तनाव के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा कुरैशी को क्षेत्र की यात्रा करने का निर्देश दिए जाने के बाद उनकी यह यात्रा हो रही है।
खान ने कहा है कि पाकिस्तान किसी क्षेत्रीय संघर्ष में पक्ष नहीं बनेगा और इसके बजाय एक शांति निर्माता की भूमिका निभाएगा। पाक की शक्तिशाली सेना ने यह भी कहा है कि वह किसी के खिलाफ अपनी सरजमीं का इस्तेमाल नहीं करने देगी।
पाकिस्तान की सीमा ईरान से भी लगी हुई है।
पाक विदेश कार्यालय ने कहा कि तेहरान में कुरैशी अपने ईरानी समकक्ष जावद जरीफ से मुलाकात करेंगे और पश्चिम एशिया एवं खाड़ी क्षेत्र में उभरती स्थिति पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।
कुरैशी सऊदी विदेश मंत्री शहजादा फैसल बिन फरहान से वार्ता करने के लिए तेहरान से 13 जनवरी को रियाद जाएंगे और क्षेत्रीय शांति एवं स्थिरता के मुद्दों पर विचार विमर्श करेंगे।
विदेश कार्यालय ने कहा कि हालिया घटनाक्रम पहले से अशांत क्षेत्र में शांति एवं सुरक्षा को गंभीर रूप से खतरा पैदा करता है और एक शांतिपूर्ण हल के लिए फौरी एवं सामूहिक कोशिशों की जरूरत को रेखांकित करता है।
इन यात्राओं के दौरान कुरैशी मौजूदा स्थिति पर पाकिस्तान के दृष्टिकोण को साझा करेंगे, संघर्ष टालने की जरूरत पर जोर देंगे और कूटनीतिक रास्ता निकालने पर जोर देंगे।
आगे चल कर बाद की तारीख पर कुरैशी के अमेरिका जाने की भी उम्मीद है जैसा कि खान ने निर्देश दिया है। उन्होंने क्षेत्र के कई समकक्षों के साथ टेलीफोन पर वार्ता की है।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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