तेहरान, : ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामनेई ने बगदाद में अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए अपने शीर्ष सैन्य कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी के जनाजे की नमाज पढ़ी। वहां एकत्र लाखों लोग अपने जनरल के लिए मातम कर रहे थे। खुद खामनेई भी रो पड़े।
अमेरिकी हमले में ईरान के शीर्ष सैन्य जनरल के मारे जाने के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बहुत ज्यादा बढ़ गया है।
ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड के जनरल कासिम सुलेमानी को निशाना बनाकर किए गए इस हमले के संबंध में उनके उत्तराधिकारी पहले ही ‘बदला लेने’ की बात कह चुके हैं। इसके अलावा ईरान ने 2015 परमाणु समझौते के बाकी हदों को भी तोड़ दिया है। वहीं इराक में वहां की संसद ने सभी अमेरिकी सैनिकों को देश से बाहर निकालने की अपील की है।
ये घटनाक्रम ईरान को परमाणु बम विकसित करने के और करीब ले आया है। ईरान अब अमेरिका के खिलाफ छद्म या आतंकवादी हमले कर सकता है या फिर इराक में इस्लामिक स्टेट समूह को वापसी करने का मौका दे सकता है। इन सभी घटनाक्रमों ने पश्चिम एशिया को और खतरनाक और अस्थिर बना दिया है।
इस तनावपूर्ण माहौल में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इराक को धमकी दी है कि अगर वह अमेरिकी सैनिकों को देश से निकालता है तो उससे अरबों डॉलर का मुआवजा मांगा जाएगा और उसके खिलाफ ‘‘अभूतपूर्व प्रतिबंध लगाए जाएंगे।’’
दूसरी ओर तेहरान में जमा लाखों की संख्या में लोगों को संबोधित करते हुए सुलेमानी की बेटी जैनब ने पश्चिम एशिया में अमेरिकी सैनिकों पर सीधे हमले की धमकी दी। ईरान की सरकारी टीवी के अनुसार, लाखों की संख्या में लोग शोक में जमा हुए थे। हालांकि संख्या की पुष्टि नहीं हो सकी है लेकिन जहां तक आंखें देख सकती थीं, वहां तक सिर्फ लोग ही लोग नजर आ रहे थे।
जैनब ने कहा, ‘‘पश्चिम एशिया में मौजूद अमेरिकी सैनिकों के परिवार... अब अपने बच्चों के मरने के इंतजार में दिन काटेंगे।’’
ईरान के सर्वोच्च नेता खामनेई ने खुद सुलेमानी और हमले में मारे गए अन्य लोगों के जनाजे की नमाज पढ़ी और इस दौरान रोये भी। दोनों के बीच करीबी संबंध थे। नमाज के दौरान पूरी भीड़ विलाप कर रही थी।
सुलेमानी के उत्तराधिकारी इस्माईल गनी, राष्ट्रपति हसन रुहानी और अन्य शीर्ष नेता खामनेई के पास खड़े थे। शीर्ष सैन्य कमांडर की अंतिम यात्रा में देश के सभी राजनीतिक हलकों के नेता शामिल हुए।
सुलेमानी की जगह लेने के बाद ईरान के सरकारी टीवी चैनल को दिए गए साक्षात्कार में सोमवार को गनी ने बदला लेने की धमकी दी है। उन्होंने कहा, ‘‘अल्लाह ने बदला लेने का वादा किया है, अल्लाह ही बदला लेता है। कार्रवाई जरुर होगी।’’
गनी लंबे समय से सुलेमानी के डिप्टी थे। अब वह ईरान की सेना के प्रमुख हैं। गौरतलब है कि ईरान की सेना सीधे खामनेई के मातहत आती है।
गनी ने कहा, ‘‘हम वादा करते हैं कि अल्लाह की मदद से शहीद सुलेमानी की राह पर चलते रहेंगे और उनकी शहादत के बदले क्षेत्र से अमेरिका का नामोनिशान मिटा देंगे।’’
ईरानी सेना के हवाई कार्यक्रम के प्रमुख जनरल आमिर अली हाजीजादे ने संकेत दिया कि ईरान की जवाबी कार्रवाई एक हमले पर नहीं रुकेगी।
उन्होंने सरकारी टीवी पर कहा, ‘‘कुछ मिसाइलें दागने से, एक बेस बर्बाद करके और यहां तक कि (अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड) ट्रंप को मार कर भी शहीद सुलेमानी के खून का बदला पूरा नहीं होगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘उनके (सुलेमानी) खून का बदला सिर्फ तभी पूरा होगा जब क्षेत्र से अमेरिका का नाम मिट जाए और क्षेत्र के वंचित लोगों पर से उसका कुप्रभाव खत्म हो जाए।’’
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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