बलरामपुर :: उत्तर प्रेदश के बलरामपुर के देहात कोतवाली क्षेत्र में दो परिवारों के बीच हुए मामूली विवाद में पड़ोसी ने एक नाबालिग बालिका को जिंदा जला दिया जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गयी ।
पुलिस सूत्रों ने शनिवार को बताया कि सोनौड़ी गाँव में शुक्रवार को रामू बढ़ई और विश्राम चौरसिया के परिवार के बीच एक दूसरे के घर में पत्थर फेंके जाने के शक में विवाद हो गया।
उन्होंने बताया कि देखते ही देखते विवाद इतना बढ़ गया कि आक्रोशित रामू बढ़ई ने पडोसी विश्राम चौरसिया की 12 वर्षीय बेटी वंदना को केरोसिन डाल कर उसे जिंदा जला दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गयी ।
पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने बताया कि विश्राम चौरसिया की तहरीर पर पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज किया है।
उन्होंने बताया कि मौके पर शान्ति व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से पुलिस की तैनाती की गयी है और आरोपी परिवार सहित मौके से फरार हो गए हैं ।
उन्होंने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की दो टीमों का गठन किया गया है ।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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